BHOPAL. पुलिस कमिश्नर ऑफिस और महिला थाने में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू हुए शक्ति कैफे अब शहर के 17 पुलिस थानों में भी खोले जाएंगे। बताया जा रहा है कि इसके माध्यम से पुलिसकर्मियों व आगंतुकों को चाय-नाश्ता मिल सकेगा। बता दें कि इस योजना का मकसद घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को स्वावलंबी बनाना है। ऐसी महिलाओं के लिए पुलिस थाना परिसरों में अब शक्ति कैफे शुरू किए जाएंगे, ताकि महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हो सकें।
स्वावलंबी जीवन जीने के लिए कर रही हैं संघर्ष
पुलिस थानों में संचालित ऊर्जा हेल्प डेस्क से जुड़े सामुदायिक समूह शक्ति समिति की सदस्य महिलाएं इन कैफे का संचालन करेगी। बता दें कि ये महिलाएं घरेलू हिंसा से प्रभावित होने के बाद स्वावलंबी जीवन जीने के लिए संघर्ष कर रही हैं। महिला सुरक्षा डीसीपी नीतू सिंह ठाकुर का कहना है कि भोपाल कमिश्नरेट, एसबीआई और सामाजिक संस्थाओं के संयुक्त प्रयास से इस योजना को लागू किया जा रहा है। एसबीआई इन महिलाओं को 1-1 लाख रुपए का मुद्रा लोन भी उपलब्ध कराएगा। ताकि कैफे के संचालन में आर्थिक रूप से कोई परेशानी न आए। जानकारी के मुताबिक इस संबंध में पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा की एसबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी हैं।
महिलाओं को दी जाएगी ट्रेनिंग
इस योजना के तहत चयनित महिलाओं को स्किल्ड मैनपॉवर के तौर पर तैयार करने पर भी फोकस किया गया है। साथ ही कैफे के संचालन के लिए विशेष ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसमें कस्टमर से डीलिंग, व्यंजन बनाना बैंक अकाउंट मेंटेन करना सिखाया जाएगा। पिपलानी, गोविंदपुरा, निशातपुरा, कमलानगर, छोलामंदिर, टीटी नगर, चूनाभट्टी, हबीबगंज, शाहपुरा, बागसेवनिया, अरेरा हिल्स, बैरागढ़, अशोका गार्डन, कोतवाली, रातीबड़, कोलार रोड और मंगलवारा थाना में शक्ति कैफे शुरू किए जाएंगे। इसके अलावा आनंदनगर चौकी में भी कैफे संचालित करने के लिए चिह्नित किया गया है।