BHOPAL. रक्षाबंधन के दिन सीएम हाउस के बाहर एक ठेकेदार के सपत्नीक धरना देने के मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने गंभीरता दिखाई है। कांग्रेस इस मुद्दे पर लगातार हमलावर है। ऐसे में चुनाव के ठीक पहले भ्रष्टाचार मुद्दा न बन जाए इसलिए डैमेज कंट्रोल करते हुए सीएम ने निर्माण विभागों के अधिकारियों की बैठक सीएम आवास पर बुलाई और ठेकेदारों से 50 फीसदी कमीशन के मसले पर जमकर नाराजगी जताई। जानकारी के मुताबिक सीएम ने अधिकारियों को हिदायत दी है कि तत्काल ठेकेदारों का रुका हुआ भुगतान किया जाए।
वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस आक्रामक
कांग्रेस काफी समय से ठेकेदारों से 50 फीसदी कमीशन का मुद्दा उठा रही है। इस वायरल हुए वीडियो ने उसके आरोपों को और बल दिया है। जिसके बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ ने खुद ट्वीट करते हुए शिवराज सरकार पर निशाना साधा था। कमलनाथ ने लिखा था कि मध्यप्रदेश में चल रहा 50 प्रतिशत कमीशन का राज अब सारी हदें पार कर गया है। ग्वालियर के ठेकेदार को सीएम आवास के बाहर पत्नी के साथ धरने पर बैठना पड़ा। ठेकेदार ने आत्महत्या करने तक की चेतावनी दी है।
यह है मामला
दरअसल बुधवार को सीएम आवास के सामने संजय मिश्रा नाम के ठेकेदार अपनी पत्नी के साथ धरना देने पहुंच गया। ठेकेदार ने वीडियो वायरल करते हुए चेतावनी दी कि उसके द्वारा किए गए कामों के भुगतान को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ तो वह पति-पत्नी आत्महत्या कर लेंगे। जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी। मिश्रा का आरोप था कि उनके काम का भुगतान कराने के बजाए जेल में बंद कराने की धमकी दी जा रही है।
सीएम आवास में हुई बैठक
इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीडब्ल्यूडी, पीएचई, आरईएस समेत तमाम निर्माण विभागों के सचिव स्तर के अधिकारियों की बैठक ली, बैठक में ठेकेदारों के भुगतान संबंधी निर्देश भी सीएम ने दिए हैं। बार-बार ठेकों में 50 फीसदी कमीशन का मुद्दा उठ रहा है। अब देखना यह होगा कि सीएम की इस बैठक के बाद ठेकेदारों के भुगतान में तेजी आती है या नहीं।