GWALIOR. ग्वालियर हाईकोर्ट की युगल पीठ में शुक्रवार, 2 फरवरी को एक रोचक मामला आया। मुरैना के युवक-युवती ने परिवार वालों से खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग की। कोर्ट ने उनसे सवाल किया कि शादी हो गई, इस पर उनका कहना था कि लिव इन रिलेशन में रह रहे हैं। इसको लेकर कोर्ट भी हैरान हो गया कि मुरैना जैसी छोटी जगह पर लिव इन का कल्चर इतना बढ़ गया। जहां गोलियां चलती हैं, वहां लोग लिव इन में रहने लगे हैं। कोर्ट ने दोनों से कहा कि पहले शादी करो, उसके बाद सुरक्षा दी जाएगी। संभवत: दोनों 14 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन विवाह रचाएंगे।
इसके अलावा कोर्ट में युवक-युवती और जज के बीच रोचक संवाद हुआ। जिसमें जज ने युवक-युवती का आईक्यू जानना चाहा और कई सामान्य, लेकिन रोचक सवाल-जवाब हुए। याचिका की सुनवाई जस्टिस आनंद पाठक ने की।
कोर्ट में इस तरह हुआ संवाद
युवक- युवती ने हाईकोर्ट में सुरक्षा के लिए याचिका दायर की। उनकी ओर से कहा गया कि दोनों शादी करना चाहते हैं। उनके घरवाले इस शादी के खिलाफ हैं, इसलिए सुरक्षा प्रदान की जाए। दोनों कोर्ट में मौजूद थे। कोर्ट ने शादी के संबंध में दोनों से सवाल किया तो उन्होंने बताया कि लिव इन रिलेशन में रह रहे थे। इसके बाद शिक्षा के संबंध में सवाल किया। युवक ने बताया कि वह आठवीं तक पढ़ा है। युवती बोली कि वह भी आठवीं तक पढ़ी है। दोनों स्कूल के समय से एक-दूसरे को जानते हैं। पहले कोर्ट ने युवती से 8 का पहाड़ा पूछा तो वह नहीं सुना सकी। इसके बाद 2 का पहाड़ा पूछा तो वह भी नहीं सुना सकी। लड़के से भी 2 का पहाड़ा पूछा, तो उसने सुना दिया।
बसंत पंचमी पर रचाएंगे ब्याह
कोर्ट ने कहा कि पहले लिव इन रिलेशनशिप छोड़ दें और विवाह करें। इसको लेकर शासकीय अधिवक्ता रवींद्र दीक्षित ने सलाह दी कि बसंत पंचमी आ रही है, इस दिन बड़ी संख्या में सामाजिक संस्थाएं विवाह कराती हैं, वहां जाकर विवाह कर सकते हैं। विवाह करने के बाद 15 फरवरी को फिर से बुलाया है।