BIJAPUR. बीजापुर जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र दरभा का मामला है। दरबा गांव के 2 युवा 6 महीने पहले सीआरपीएफ में भर्ती हुए हैं। इसके बाद नक्सलियों ने परिजनों को बुलाकर गांव छोड़ने का फरमान सुनाया। दो युवकों के 11 परिजन गांव छोड़कर रिश्तेदारों के यहां दंतेवाड़ा के लिए रवाना हो गए। पुलिस अधिकारी एसडीओपी ने पुलिस कैम्प के आसपास रहने की सलाह दी लेकिन परिजनों ने दंतेवाड़ा जाने का निर्णय लिया।
माओवादी कैम्प को पुलिस बल ने ध्वस्त कर दिया
वहीं, एक अन्य खबर में जिला कोतवाली क्षेत्र ईसुलनार के जंगलों में माओवादी कैम्प को पुलिस बल ने ध्वस्त कर दिया। वहीं भारी मात्रा में नक्सली सामान भी बरामद किया गया। कुछ नक्सली मारे जाने का पुलिस दावा भी कर रही है। पुलिस को ईसुलनार के जंगल- पहाड़ में माओवादी संगठन अन्तर्गत नक्सली कंपनी नम्बर 2 कमाण्डर वेल्ला मोड़ियाम, डिवीजन मिलिट्री इंचार्ज राहुल तेलम, गंगालूर एसी सचिव दिनेश मोड़ियम, डीव्हीसीएम भास्कर, एसीएम वर्गीश एवं 40-50 सशस्त्र माओवादियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी, एसटीएफ एवं कोबरा 210 की संयुक्त टीम की कार्यवाही के लिए निकली थी।
भारी मात्रा में नक्सली सामान भी बरामद किया गया
ईसुलनार के जंगलों में पूर्व से घात लगाये बैठे माओवादियों के द्वारा पुलिस पार्टी पर स्वचालित हथियारों से फायरिंग किया गया। जवाब में पुलिस पार्टी ने जवाबी कार्यवाही की। पुलिस के बढ़ते दबाव से माओवादियों के हौसले पस्त हो गए एवं माओवादी कैम्प छोड़कर भाग खड़े हुए। मौके पर टिफिन बम, कार्डेक्स वायर 20 मीटर, फ्यूज वायर 15 मीटर , डेटोनेटर-04, जिलेटिन 08 नग, बैटरी 12 नग, सोलर प्लेट, पिट्ठू बैग मय मैगजीन पोच 02 नग, माओवादी साहित्य और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई। वही घटनास्थल पर झाड़ियों और पत्तों में खून के धब्बे और आसपास घसीटने के निशान मिले हैं। इससे 3-4 माओवादी के मारे जाने व घायल होने की प्रबल संभावना बताया जा रहा है। यह जानकारी चंद्रकांत गोवर्नाए एएसपी बीजापुर ने दी है।