BHOPAL. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद जीतू पटवारी को नया PCC चीफ बनाया गया है। कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी अब लोकसभा चुनाव को लेकर एक्टिव नजर आ रहे हैं। साथ हार पर मंथन करने के साथ संगठन को मजबूत करने में लगे हुए है। अब जीतू पटवारी ने कांग्रेस की हार के पीछे लाड़ली बहना योजना का असर बताया है। पटवारी ने योजना को बीजेपी की जीत का बड़ा कारण बताया है। वहीं खुद की हार का कारण पटवारी अब तक नहीं समझ पाए हैं।
पटवारी ने बीजेपी पर साधा निशाना
मीडिया से चर्चा में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत में लाड़ली बहना का असर था। ये अलग बात है कि अब बहनों के भैया (शिवराज) को पार्टी ने दरकिनार कर दिया। लोग मानें या न मानें लाड़ली बहना योजना कांग्रेस की हार का बड़ी कारण रही। वहीं BJP की बंटवारे की राजनीति हार दूसरा कारण रही।
जीतू पटवारी ने आगे कहा कि बीजेपी ने जनता के साथ धोखा किया है। उन्होंने जनता को चेहरा किसी और का दिखाया और शादी किसी और से कर दी। उन्होंने शिवराज जी को आगे किया, उनसे भाषण दिलाए, लाड़ली बहना को पैसे देने के वादे करवाए। अब पैसे देने के वादे से भी आप मुकर रहे हो और शिवराज जी को गायब कर दिया।
'हमें आत्ममंथन करने की जरूरत'
खुद की हार को लेकर जीतू पटवारी ने कहा कि मैं मानता हूं कि कई कारणों के चलते चुनाव हारा। मैं हार को प्रेम से स्वीकार करता हूं। मानता हूं कि हमें आत्ममंथन करने की जरूरत है। चुनाव में हार के कारणों को लेकर आत्ममंथन करेंगे, तो निश्चित रूप से आगे हम जीतेंगे। विपक्ष में कांग्रेस की भूमिका पर पटवारी ने कहा कि बीजेपी ने जो वायदे किए और लोगों के वोट लिए हैं, उस पर नजर रखी जाएगी, BJP यदि अपने घोषणा पत्र को पूरा नहीं करती है, तो जनता के बीच में जाकर उसकी पोल खोलेंगे। पटवारी ने आगे कहा कि पार्टी अब सामूहिक नेतृत्व के साथ आगे बढ़ेगी। लोगों की योग्यता का पूरा उपयोग करेंगे।
'संगठन को मजबूत करेंगे'
प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद एमपी कांग्रेस को मजबूत करने को लेकर जीतू पटवारी ने कहा कि संगठन को मजबूत करेंगे। देश की पुरानी परंपरा और सभ्यता को घर-घर ले जाएंगे। लोगों को प्यार-मोहब्बत से जोड़ने की परंपरा के साथ आगे बढ़ेंगे। इसी परंपरा के साथ हम विश्वगुरु बनेंगे। कांग्रेस की यही परंपरा रही है। लोकसभा चुनाव को लेकर उन्होने कहा कि कांग्रेस के लिए ये बड़ी चुनौती है, इसे अस्वीकार नहीं किया जा सकता। चुनाव सिर पर है। एक शॉर्ट टर्म प्लान तैयार किया गया है। इसी आधार पर पार्टी आगे बढ़ेगी।