नितिन मिश्रा, RAIPUR. राजधानी में स्थित पंडित रवि शंकर शुक्ल विश्वविद्यालय आए दिन अपने कारनामों को लेकर चर्चा में रहता है। विश्वविद्यालय में एक बार फिर मूल्यांकन में फर्जीवाड़ा हुआ है। प्रोफेसर ने उत्तरपुस्तिका बच्चो को जांचने दे दी और वही नंबर चढ़ा दिए गए। जिसके बाद केंद्र को नोटिस दिया गया है। वहीं एक प्रोफेसर को डीबार कर दिया गया है। बता दें कि इस बार विश्वविद्यालय के रिजल्ट को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है।
मूल्यांकन में लापरवाही
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के परीक्षा परिणाम इस बार विवादों से घिरे रहे हैं। हजारों छात्रों को फेल कर दिया गया। 12 वीं कक्षा के मेधावी छात्र को भी फेल कर दिया गया। अब इसके पीछे के वजह सामने आई है। प्रोफेसर ने खुद बच्चों की कॉपी ना जांच कर चोटी कक्षा के बच्चों को उनकी कॉपी जांचने दे दी। यह कॉपी उन्हे दी गई जिन्हे उस विषय के बारे में जानकारी ही नहीं है। इतना ही नहीं प्रोफेसर ने उन कॉपियों को एक बार देखना जरूरी नहीं समझा। बच्चों ने जैसे नंबर दिए वैसे ही नंबर चढ़ा दिए गए।
कुलपति ने खुद जंचवाई कॉपियां
विश्वविद्यालय में लगातार रिजल्ट के मसले को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा था। जिसके बाद कुलपति एसएन शुक्ला ने अपने सामने कॉपियों का दोबारा मूल्यांकन करवाया। जिसमें से 6–7 नंबर पाने वाले विद्यार्थी भी पास हो रहे थे। साथ ही कई छात्रों की कॉपियां जांचने पर उन्हे डिस्टेंशन भी मिला। जिसके बाद सभी कॉपियों को दोबारा मूल्यांकन के लिए भेजा गया है। साथ ही इस लापरवाही के चलते एक प्रोफेसर को डीबार कर दिया गया है।