ई-गवर्नेंस प्रोग्राम (e-governance program) के तहत भारत के लाखों लोगों का पासपोर्ट बनाया जाएगा। इसमें रतन टाटा की कंपनी TCS सबसे नई आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करेगी। TCS इस बार ई-पासपोर्ट (e-passport) भी शुरू करने जा रही है, जिसका इंतजार कई सालों से है।
पूरी तरह पेपर फ्री भी नहीं होगा: TCS ने ई-पासपोर्ट के बारे में कहा है, इसकी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी हम लेकर आ रहे हैं, लेकिन पासपोर्ट (Passport new technology) पास करना या छापने का काम केंद्र सरकार ही करेगी। लोगों के ऐसे सवाल हैं कि क्या ई-पासपोर्ट पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक होगा या उसका रूप कैसा होगा। इस बारे में टीसीएस ने साफ कर दिया है कि e-passport पूरी तरह से पेपर-फ्री नहीं होगा और उसमें कुछ कागज भी होंगे। कागज की जरूरत इसलिए होगी, क्योंकि वीजा स्टांपिंग का काम अभी चल रहा है, जो कागज पर ही हो सकेगा। कंपनी का कहना है कि बाद में ऑटोमेशन के जरिए कागज की जरूरत को खत्म किया जा सकता है।
पासपोर्ट में लगी होगी चिप: पासपोर्ट के जैकेट (ऊपरी पन्ने) में एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होगी। जिसमें सुरक्षा से जुड़ी सभी जानकारी दर्ज होगी। दुनिया के कई देशों में ई-पासपोर्ट है और कई देश इस पर काम भी कर रहे हैं, लेकिन भारत का ई-पासपोर्ट बाकी देशों से बिल्कुल अलग होगा। बस कुछ महीनों की बात है और भारत भी उन देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा जहां ई-पासपोर्ट का चलन है। TCS ने देश में पहले फेज का पासपोर्ट कार्यक्रम भी चलाया है जिसमें 8.6 करोड़ से अधिक लोगों को पासपोर्ट जारी किया गया।
आईरिस का यूज होगा: पासपोर्ट में फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल पहले से होता है. फिंगरप्रिंट भी बायोमेट्रिक का हिस्सा है। इसलिए ई-पासपोर्ट में फिंगरप्रिंट तो रहेगा ही, इसके अलावा भी कई तरह की सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। व्यक्ति की पहचान के लिए फिंगरप्रिंट के अलावा आईरिस और अल्गोरिदम का उपयोग होगा। आईरिस का प्रयोग वैसे ही होगा जैसा आधार आदि में किया जाता है। आईरिस से भी व्यक्ति की पहचान होती है और इससे फर्जीवाडे को रोकने में मदद मिलेगी।
पासपोर्ट बनवाने के लिए चाहिए ये डॉक्यूमेंट्स
1. पासपोर्ट बनवाने के लिए तीन तरह के डॉक्यूमेंट्स जरूरी।
2. निवास प्रमाण पत्र, जन्मतिथि का प्रमाण-पत्र, नॉन-ईसीआर कैटेगरी के लिए डॉक्यूमेंट।
3. इन सभी की मदद से आप आसानी से पासपोर्ट बनवा सकते हैं।
ई-पासपोर्ट है बेहद सुरक्षित
1. ई-पासपोर्ट की सेवा शुरू होने से पासपोर्ट गुम होने, जलने, फटने की परेशानी नहीं होगी।
2. पर्सनल इन्फॉर्मेशन भी रहेगी सुरक्षित।
3. ई-पासपोर्ट के जरिए बायोमेट्रिक डेटा भी सुरक्षित
4. जालसाजी की घटनाओं पर लगाम लगेगी।