पुनीत पांडेय, BHOPAL. कई देशों से मिली रिक्वेस्ट के बाद एप्पल ने अपने स्टोर से 1474 ऐप हटा दिए हैं। यह जानकारी एप्पल की 2022 ऐप स्टोर ट्रांस्पेरेंसी रिपोर्ट में दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन ऐप से उन देशों के कानूनों का उल्लंघन किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि एप्पल की यह रिपोर्ट साल 2021 में ऐप स्टोर डेवलपर्स के साथ सेटेलमेंट के बाद आई है।
चीन के सबसे ज्यादा ऐप हटाए
खास बात यह है कि जो ऐप हटाए गए हैं उनमें सबसे ज्यादा चीन के हैं। चीन में बनाए गए 1435 ऐप को स्टोर से हटा दिया गया है। अगर भारत की बात करें तो 14 ऐप ऐसे हैं जिनको देश की सरकार ने हटाने के लिए कहा था। जबकि पाकिस्तान की सरकार ने 10 ऐप हटाने के लिए रिक्वेस्ट की थी।
दुनिया भर की एजेंसीज ने कुल 18,412 ऐप हटाने के लिए अपील की थी। इसमें भारत ने 709 अपील की थीं। साल 2022 की बात करें तो एप्पल के स्टोर पर 17,83,232 ऐप हैं। टेक कंपनी ने रिव्यू में 6,101,913 एप सब्मिशंस को रिव्यू किया और 16,79,694 को रिजेक्ट कर दिया। इन पर ऐप स्टोर की पॉलिसी को तोड़ने के आरोप लगे थे।
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किस कैटेगरी के कितने ऐप
अगर हटाए गए ऐप्स की कैटेगरी को देखें तो गेम्स के 38,883 ऐप, यूटिलिटी के 20,045 ऐप, बिजनेस के 16,997 ऐप हटाए गए। इसके साथ ही एप्पल ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है कि उसके स्टोर पर कुल डेवलपर्स की संख्या 36,947,015 थी जिसमें से कंपनी ने 4,28,487 ऐप डेवलपर्स को कंपनी की पॉलिसी तोड़ने के लिए हटा दिया है।
स्टोर ऐप्स डाउनलोड करने के लिए सुरक्षित
ऐप्स को हटाने के बारे में एप्पल का कहना है कि साल 2008 में उसके लॉन्च के बाद से ही ऐप्पल का स्टोर ऐप्स डाउनलोड करने के लिए सुरक्षित रहा है। कुछ ही समय पहले एप्पल ने घोषणा की थी कि एप्पल स्टोर ने साल 2022 में 2.09 अरब डॉलर के फ्रॉड ट्रांजेक्शन होने से रोके हैं। इसके लिए 39 लाख चोरी किए गए क्रेडिट कार्ड्स को ब्लॉक किया गया और 7,14,000 अकाउंट्स से ट्रांजेक्शन को रोका गया।
पहले भी किए जा चुके हैं ऐप बैन
भारत ने चीन के ऐप्स को बैन करना गलवान घाटी में चीन की घुसपैठ के बाद शुरू किया था। तब से अब तक सैकड़ों में ऐप्स बैन किए जा चुके हैं। भारत सरकार के इस कदम को चीन पर डिजिटल स्ट्राइक के रूप में देखा जा रहा था।
इसी साल केंद्र सरकार ने चीन के खिलाफ एक्शन लेते हुए सवा सौ से ज्यादा बेटिंग (सट्टेबाजी) ऐप और 94 लोन देने वाले ऐप को भारत में बैन कर दिया था। इन ऐप्स को बैन करने का कारण चीन से इनका लिंक था। जिसके कारण इन्हें भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा था और इन्हें अर्जेंट ब्लॉक करने का आदेश दिया गया था। ये ऐप्स क्रिप्टो करंसी में पेमेंट करते थे और इन्हें प्ले स्टोर से नहीं बल्कि थर्ड पार्टी लिंक से डाउन लोड किया जा रहा था।