MUMBAI. दक्षिण मुंबई में भारत में पहली समुद्र के नीचे की सुरंग बन कर तैयार होने वाली है। यह नवंबर में खुलेगी। यह सुरंग गिरगांव (मरीन ड्राइव से आगे) के पास से शुरू होती है, जो अरब सागर, गिरगांव, चौपाटी और मालाबार हिल के चीचे उत्तर की ओर बढ़ती है और ब्रीज कैंडी के प्रियदर्शिनी पार्क पर समाप्त होती है। यह सुरंग 2.07 किमी लंबी है।
भारत की पहली समुंद्र के अंदर सुरंग गिरगांव (मरीन ड्राइव से आगे) के पास शुरू होती है, जो अरब सागर, गिरगांव चौपाटी और मालाबार हिल के नीचे उत्तर की ओर बढ़ती है और ब्रीच कैंडी के पार्क में समाप्त होती है। सुरंग के बन जाने के बाद गिरगांव से वर्ली के बीच की दूरी घट जाएगी और 45 मिनट का रास्ता 10 मिनट में पूरा हो जाएगा।
प्रोजेक्ट 12,721 करोड़ का
मुंबई के इस सुरंग को बीएमसी द्वारा तैयार किया जा रहा है, जो 12,721 करोड़ रुपए की मुंबई तटीय सड़क परियोजना का हिस्सा हैं। यह सुरंग 10.58 किलोमीटर लंबी एमसीआरपी मरीन ड्राइव को बांद्रा-वर्ली सी लिंक से जोड़ती है और तटीय सड़क परियोजना का सिर्फ एक हिस्सा है।
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45 मिनट का सफर 10 मिनट में होगा पूरा
सुरंग के बन जाने के बाद गिरगांव से वर्ली तक की दूरी घट जाएगी और 45 मिनट का रास्ता 10 मिनट में पूरा हो जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस सुरंग का व्यास 12.19 मीटर है। इसकी समुद्र तल से गहराई 17-20 मीटर है। करीब 1 किलोमीटर का हिस्सा समुद्र के नीचे रखा गया है।
सुरंग की यह खासियत
सुरंग को बनाने में फाइबर ग्लास का इस्तेमाल किया गया है। सुरंग में मालाबार हिल में 72 मीटर की गहराई में प्रवेश शामिल है। सुरंग के अंदर 6 क्रॉसिंग है। पैदल चलने वालों के लिए चार और दो बाइक चलाने वाले के लिए मार्ग तैयार किए गए हैं। टलन में 3.2 मीटर के तीन लेन हैं। हालांकि, तीसरे लेन का इस्तेमाल इमरजेंसी के लिए किया जाएगा।
2021 में शुरू काम हुआ था।
बोरिंग का काम 2021 में शुरू हुआ
भारत के हिस्ट्री में अब तक की सबसे बड़ी टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) का इस्तेमाल किया गया है। इसका वजन 1,700 टन से ज्यादा है और यह करीब 12 मीटर लंबा है। बोरिंग का काम 2021 में शुरू हुआ था। टीबीएम को असेंबल करने और लॉन्च करने का काम एक साल पहले शुरू किया हुआ था।