सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर ( Twitter ) एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू करेगा, जिससे यूजर्स प्लेटफॉर्म पर गलत कंटेंट को चिह्नित कर सकेंगे। ट्विटर का ये प्रयास अपने प्लैटफॉर्म में भ्रामक जानकारियों को कम करना है। क्यूंकि आज कल सोशल मीडिया पर गलत जानकारियां बहुत तेज़ी से वायरल होती है। इसलिए ये कदम उठाना जरुरी है। शुरुआत में ट्विटर का नया फीचर यूनाइटेड स्टेट्स, साउथ कोरिया और ऑस्ट्रेलिया के कुछ यूज़र्स के लिए पेश किया जाएगा । ट्विटर यूज़र्स ‘report tweet’ पर क्लिक करके ‘य भ्रामक है’ सेलेक्ट कर सकेंगे । सोशल मीडिया दिग्गज ने कहा, ‘हम आपके लिए ऐसे ट्वीट्स को रिपोर्ट करने के लिए एक सुविधा का टेस्टिंग कर रहे हैं जो भ्रामक लगते हैं – जैसा कि आप उन्हें देखते हैं,’
कैसे करे रिपोर्ट
ट्विटर ने कहा कि भ्रामक ट्वीट को रिपोर्ट करने में यूज़र्स अधिक विशिष्ट हो सकते हैं । यूज़र्स पॉलिटिकल, हेल्थ से जुड़े ट्वीट को रिपोर्ट कर सकते हैं, जो कि इलेक्शन और COVID-19 से जुड़े सब-कैटेगरी ट्वीट के रूप में आते हैं ।
ट्विटर में अपने स्टेटमेंट में कहा कि ऐसा हो सकता है एक्सपेरिमेंट के दौरान हम हर किसी की रिपोर्ट पर एक्शन न ले सकें, लेकिन यूज़र के इनपुट से हमें ट्रेंड को समझने में मदद मिलेगी और हम इस फीचर पर तेजी से काम कर सकेंगे ।
ट्विटर ने बताया कि एक बार यूज़र के ट्वीट को ‘मिसलीडिंग’ मार्क करने के बाद, उसे ऑटोमेटेड टेक्नोलॉजी और ह्यूमन मॉडरेटर रिव्यू करेंगे और फिर ये तय करेंगे की एक्शन लेना है या नहीं ।
ट्विटर ने बंद किया वेरिफिकेशन प्रोग्राम
Twitter ने अपने अकाउंट वेरिफिकेशन प्रोग्राम को रोक दिया है । कंपनी ने बताया कि उन्हें अभी अपने एप्लिकेशन और रिव्यू प्रोसेस में सुधार करना है। ट्विटर ने पिछले महीने ही माना था कि उसने कुछ अकाउंट्स को स्थायी तौर पर सस्पेंड किया है, जिसे उसने गलती से वेरिफाईड अकाउंट घोषित कर दिया था। कंपनी ने एक ट्वीट के ज़रिए बताया कि, ‘हमने वेरिफिकेशन के लिए एप्लिकेशन पर अस्थायी रूप से रोक लगा दिया है ताकि हम अपने एप्लिकेशन और रिव्यू प्रोसेस में सुधार कर सकें।’