शिक्षा में AI से आगे कैसे बढ़ें: असली समझ और बेहतर सीखने के तरीके

AI से तेजी से सीखना संभव है, लेकिन असली समझ तभी आती है, जब आप खुद सोचें, अनुभव करें और मेहनत करें। जानिए कैसे AI की सीमाओं से आगे बढ़कर बेहतर शिक्षा लें।

author-image
Kaushiki
New Update
education-beyond-ai
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

सलील सहदेवन, लेखक (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के उप सचिव)

AI आज पढ़ाई को तेज और आसान बनाने में मदद करता है। आप AI से निबंध लिखवा सकते हैं किताब का सारांश बना सकते हैं गणित के सवाल हल करवा सकते हैं या कोड भी लिखवा सकते हैं। AI तेजी से साफ-सुथरे नतीजे देता है। 

तेज होना मतलब मास्टरी नहीं है और सुंदर दिखना मतलब मौलिकता नहीं। यह सोचना कि सभी ज्ञान सही सवाल पूछने से AI से मिल जाएगा एक भ्रम है। AI बिना सही संदर्भ और आपकी समझदारी के केवल औसत जानकारी देता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए प्रोग्रामिंग भविष्य क्यों है: कैसे AI कोडिंग  की दुनिया को बदल रहा है | ब्रूस वेन द्वारा | मीडियम

असली समझ के लिए अनुभव जरूरी

किसी विषय के बारे में पढ़ाई से आपको तथ्य और जानकारी मिलती है, लेकिन असली समझ तभी आती है जब आप उस विषय से जुड़े वास्तविक अनुभवों को जानते हैं। जैसे जलवायु परिवर्तन के असर को समझने के लिए सिर्फ पढ़ना नहीं, बल्कि मछुआरे गांव की जिन्दगी में उस बदलाव को महसूस करना जरूरी है।

AI अनुभव नहीं दे सकता। जैसे नृत्य करना, आम का स्वाद लेना या साइकिल चलाना सीखना — ये अनुभव होते हैं, जो केवल जीकर समझे जाते हैं।

ppiicc

एक्टिव सिलेक्शन की जरूरत

AI से मिलने वाली जानकारी को स्वीकार करना आसान है लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप खुद यह तय करें कि कौन सी जानकारी महत्वपूर्ण है और किसे छोड़ना है।

बिना सोच-विचार के AI की हर सलाह मान लेना आपको सिर्फ परिचित चीजों में ही सीमित रखेगा। सही सीखने के लिए आपको अपनी समझदारी और चयन क्षमता को विकसित करना होगा।

बढ़ते बाजार में आगे बढ़ने के लिए AI प्रतिभा कैसे खोजें | 8allocate

मेटाकॉग्निशन का महत्व

सिर्फ जानकारी प्राप्त करना ही सीखना नहीं है। अपने सीखने के तरीके, समझ और कमजोरियों पर विचार करना - यही मेटाकॉग्निशन है। यह आपको बेहतर योजना बनाने और ज्ञान को गहराई से समझने में मदद करता है। AI यह सोचने की क्षमता नहीं रखता।

AI को शुरुआत बनाएं, अंतिम निर्णय खुद करें

AI से मिली जानकारी को अंतिम सच मत समझिए। उसकी मदद से शुरुआत करें, लेकिन अपनी समझ, अनुभव और आलोचनात्मक सोच के साथ उसे जांचें। तभी आपको सच्ची समझ मिलेगी। AI केवल उत्तर देता है, लेकिन उनका महत्व समझना आपका काम है।

AI की सीमाओं को पहचानें और सवाल करें

AI के जवाबों में अक्सर पक्षपात (bias) और सीमाएं होती हैं। ऐसे सवाल पूछें जो AI की कमजोरियों को उजागर करें। इससे आपको सही और गलत की पहचान में मदद मिलेगी। इसे ‘कॉग्निटिव डिसऑबीडिएंस’ यानी ‘सोच-समझकर अलग राह चुनना’ कहते हैं, जो सीखने का अहम हिस्सा है।

Artificial Intelligence: What Is Ai And Why International Companies And  Rich People Worried? - Amar Ujala Hindi News Live - Artificial Intelligence  (ai):क्या होते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, दुनिया के बड़े ...

AI से आगे बढ़ना: असली सीखना कहां होता है

AI से सीखना आसान है, लेकिन असली सीखना तब होता है जब AI रुक जाता है और आप अपनी समझदारी, अनुभव, संदर्भ और मेहनत से आगे बढ़ते हैं।

केवल AI पर निर्भर रहना आपको औसत से बेहतर नहीं बना सकता। यह समझदारी AI के साथ आपके आलोचनात्मक जुड़ाव से आती है, जो आपको सोचने वाला इंसान बनाती है, सिर्फ AI के उपयोगकर्ता नहीं।

thesootr links

Artificial Intelligence | Artificial Intelligence Open AI | Help of Artificial Intelligence Technology | एआई | एआई का भविष्य | एआई का प्रभाव | विचार मंथन
 अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃

🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

विचार मंथन एआई का प्रभाव एआई का भविष्य एआई Help of Artificial Intelligence Technology Artificial Intelligence Open AI Artificial Intelligence AI