आखिरकार तमाम अटकलों पर लगा विराम | Congress में ही रहेंगे Nath
सज्जन सिंह ने कहा कि कुछ फैसले ऐसे होते हैं जिनकी वजह से मनमुटाव हो जाता है...यानी कमलनाथ कांग्रेस से नाराज तो जरूर चल रहे थे..अब वो नाराज क्यों थे..और वो कौन से फैसले हैं जिनकी वजह से सज्जन सिंह को ये कहना पड़ा की मनमुटाव कहां नहीं होता।
क्या कमलनाथ इस वजह से नाराज थे कि उनका इस्तीफा लेने से पहले जीतू पटवारी को मप्र पीसीसी का अध्यक्ष बना दिया गया...या फिर कमलनाथ इस वजह से नाराज थे कि उनके खिलाफ मीडिया में कांग्रेस के ही राष्ट्रीय प्रवक्ता बयान देते हैं और कांग्रेस उन पर कोई कार्रवाई नहीं करती। अब बात कांग्रेस की भी कर लेते हैं...कांग्रेस अब लगातार एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रही है...एमपी कांग्रेस के एक्स हैंडल से एक पोस्ट किया गया है जिसमें ये आरोप लगाया गया है कि बीजेपी मीडिया का दुरुपयोग कर किसी राजनेता की उसके दल के लिए प्रतिबद्धता पर संदेह पैदा करने का काम कर रही है... एकजुटता की जिम्मेदारी प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह को दी गई है। जितेंद्र सिंह मंगलवार को भोपाल आएंगे। और विधायकों से वन टु वन चर्चा करेंगे। अब आखिर ये हुआ कैसे की कमलनाथ और नकुलनाथ को लेकर जो चर्चाएं चल रही थीं वो एकदम से धीमी पड़ गईं...दरअसल बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने रविवार को कमलनाथ से फोन पर चर्चा की। इसके बाद सियासी समीकरण बदल गए। राहुल ने नाथ से कहा कि आपने पार्टी और देश के लिए बहुत कुछ किया है। पार्टी ने हमेशा सम्मान किया है, आगे भी करती रहेगी।’ इसी के बाद कथित दल-बदल पर पेंच फंस गया। तो अब आगे इस कहानी में और भी कुछ ट्विस्ट आने बाकी हैं या फिर कमलनाथ को लेकर जो अटकलें लगाई जा रही हैं वो यहीं खत्म हो गईं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।