कैलाश को उषा का राजनीतिक जवाब
नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का ये बयान तो आपको याद ही होगा, जब उन्होंने कहा था कि उन्होंने रामकिशोर शुक्ला को बीजेपी में आने से मना कर दिया है। लेकिन, अब महू विधायक उषा ठाकुर ने शुक्ला को बीजेपी की सदस्यता दिलवा दी है। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से टिकट पर चुनाव लड़े रामकिशोर शुक्ला, चुनाव में हार के बाद एक बार फिर बीजेपी में लौट गए हैं। बीजेपी स्थापना दिवस पर शनिवार को ठाकुर ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलवाई। दरअसल, उषा ठाकुर ने कुछ समय पहले ही कैलाश विजयवर्गीय की विधानसभा 1 में उन्हीं के विभाग नगरीय प्रशासन के अधीन आने वाले नगर निगम की रिमूवल कार्रवाई को जाकर रुकवाया था। अधिकारियों को खुलेआम धमकियां दी गई थी। इस बात ने तूल पकड़ा तो फिर निगम अधिकारियों ने थाने में जाकर उषा पर तो नहीं लेकिन उनके समर्थकों पर शासकीय काम में बाधा का केस दर्ज करा दिया था। ऐसा माना जा रहा है कि इसी विवाद में अब ठाकुर ने शुक्ला को बीजेपी में इंट्री दिलवा कर एक संदेश देने की कोशिश की है। धार लोकसभा सीट में आने वाली महू विधानसभा से इस बार बीजेपी ने एक लाख से ज्यादा लीड का लक्ष्य रखा हुआ है। इस लोकसभा की आठ में से पांच विधानसभा पर कांग्रेस विधायक है। ऐसे में बीजेपी ने धार और महू विधानसभा से ही बहुत अधिक लक्ष्य रखा हुआ है। अब जिस तरह से पहले दरबार और फिर अब शुक्ला बीजेपी में गए हैं. ऐसे में महू विधानसभा में कांग्रेस को यही खतरा है कि वहां उनकी पार्टी को देखेगा कौन? उषा ठाकुर को यह राहत है कि वह यहां से बड़ी जीत दर्ज कराकर अपना राजनीतिक रूतबा बनाने में मदद मिलेगी, अब महू में विरोधी पक्ष में नेता का ही टोटा हो गया है।