एक तरफ तो सरकार नियुक्ति पर नियुक्ति देने का वादा करती है...लेकिन दूसरी तरफ आलम ये है कि परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद एक अरसा बीत जा रहा है और अभ्यर्थियों को नियुक्तियां ही नहीं मिल पा रही हैं। हम बात कर रहे हैं शिक्षक भर्ती चयन परीक्षा 2023 वर्ग एक ( Teacher recruitment category 1 candidates ) की। इस परीक्षा में शामिल हुए लगभग 4 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी ज्वॉइनिंग लेटर न मिलने से परेशान हैं। इन अभ्यर्थियों ने डीपीआई ( DPI ) और शिक्षा मंत्री को भी ज्ञापन देकर अपनी शिकायत बताई है लेकिन मामला वहीं का वहीं अटका हुआ है।
आपको बता दें कि स्कूल शिक्षा विभाग एवं जनजातीय कार्य विभाग के स्कूलों में उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए इलीजिबल 4 हजार 921 अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट 20 फरवरी को जारी की गई थी..उसके बाद से ही ये लोग ज्वॉइनिंग का इंतजार कर रहे हैं।बता दें कि यह चयन परीक्षा 8 हजार 720 पदों के लिए आयोजित की गई थी...जिसमें से 3,700 पद बैकलॉग के थे, मगर पिछड़ा वर्ग ( OBC ) के 13% पद होल्ड होने और कुछ पदों पर पात्रता पूरी न करने के चलते कर्मचारी चयन मंडल ( ESB ) ने मात्र 4 हजार 921 अभ्यर्थी की मेरिट लिस्ट जारी की थी। अब तो परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवार भी ये आरोप लगाने लगे हैं कि जो परीक्षाएं कर्मचारी चयन मंडल ने बाद में आयोजित कराईं उनके रिजल्ट भी जारी हो गए और अभ्यर्थियों को नियुक्तियां भी मिल गई...लेकिन फिर उन लोगों के साथ ही भेदभाव क्यों किया जा रहा है...दूसरी तरफ 1 अप्रैल से स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो रहा हैं..तो क्या ऐसे में स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी...ये सोचने वाली बात है।