मंत्रालय के दो सीनियर IAS officers के बीच जमकर हुई तू-तू , मैं-मैं
दाहिमा ने लिखित शिकायत में ये तक कह दिया कि वो प्रमुख सचिव रस्तोगी के साथ काम नहीं कर पाएंगे... उनका तबादला किसी दूसरी जगह कर दिया जाए... दाहिमा ने मुख्यमंत्री कार्यालय में भी मामले की शिकायत की है।
ये मामला बीते बुधवार का है... प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ( Manish rastogi ) ने विभागीय बैठक बुलाई थी... इस बैठक में सचिव ललित दाहिमा ( lalit dahima ) और उप सचिव नागर भी पहुंचे... यहां दाहिमा को देखकर रस्तोगी भड़क गए और बोले कि तुम्हें बैठक में किसने बुलाया। इस पर दाहिमा ने कहा कि विभाग की बैठक है, इसलिए सचिव होने के नाते आया हूं। इसके बाद उन्होंने कमल नागर से कहा कि तुम दाहिमा को फाइल क्यों भेजते हो। इस पर नागर ने कहा कि सर, सरकार ने इन्हें विभाग में सचिव के पद पर पदस्थ किया है। ऐसे में उप सचिव होने के नाते मैं अपनी फाइल सचिव को भेज रहा हूं।
ये सुनकर रस्तोगी भड़क गए और बोले कि आप सीधे फाइल मुझे भेजिए। दाहिमा ये सब चुपचाप खड़े होकर सुन रहे थे। फिर प्रमुख सचिव ने कहा कि दाहिमा को फाइल्स का मैनेजमेंट नहीं आता... उल्टी-सीधी टीप लिखते हैं। उन्होंने दाहिमा से को अपने कैबिन से बाहर जाने को तक कह दिया... इस बात पर दाहिमा बुरी तरह भड़क गए उन्होंने कहा कि मैं भी सचिव हूं... आप इस तरह से मुझे अपमानित नहीं कर सकते... इस पर प्रमुख सचिव बोले तुम मुझे समझाओगे कि किस तरह से बात करनी है... ये कहते हुए रस्तोगी ने दाहिमा को गेट आउट तक कह डाला। दाहिमा भी गुस्से में आकर बोले कि मैं ऐसे तो नहीं जाऊंगा। बस फिर क्या था... मैं सीनियर अफसरों के तेवर तल्ख हो गए और आस्तीनें भी चढ़ गईं। मामला बढ़ता देख उप सचिव कमल नागर ने बीच बचाव किया लेकिन प्रमुख सचिव नहीं माने और चिल्लाते रहे... प्रमुख सचिव, सचिव और उप सचिव के बीच चल रही तनातनी के बीच मंत्रालय की चौथी मंजिल पर मौजूद तमाम कर्मचारी इकट्ठे हो गए... ये सब देख प्रमुख सचिव रस्तोगी अपने कैबिन में वापस चले गए... फिर मामले को लेकर जब सचिव दाहिमा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मुझे जो कहना-सुनना था वो मुख्य सचिव रस्तोगी को कह आया हूं।