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गमछा भी काफी कुछ कहता है
लोकसभा चुनाव ( Loksabha election ) प्रचार में जुटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya scindia ) खुद तो जनता के सामने जा जा कर अपनी बात रख ही रहे हैं...लेकिन सिंधिया का गमछा भी मैसेज देने में पीछे नहीं है। सिंधिया जब शिवपुरी में जनसभा को संबोधित कर रहे थे तो उनके गले में जो गमछा था उस पर लिखा था नारी शक्ति मेरी शक्ति...क्योंकि कार्यक्रम की थीम ही मातृ शक्ति थी...और शायद राहुल गांधी के उस बयान को भी सिंधिया निशाना बना रहे थे जिसमें राहुल ने हिंदू धर्म में मौजूद शक्ति से लड़ाई वाला बयान दिया था....दूसरी तरफ सिंधिया जब गुना पहुंचे तो यहां आदिवासी चौपाल में उन्होंने जो गमछा पहना उस पर लिखा था हुल जुहार...इतना ही नहीं...जनता उनके गले में डले गमछे पर लिखे मैसेज को पढ़ सके इसके लिए बाकायदा सिंधिया खुद उस गमछे को सभा में दिखा भी रहे थे...यानी मैसेज साफ है...इस बार सिंधिया चुनाव में कोई रिस्क नहीं लेना चाहते....शायद पिछली हार वो भूले नहीं है.....इसलिए जनता को स्ट्रॉंग मैसेज तो देना ही होगा...फिर चाहे जनता के रूप में महिलाएं हो या फिर आदिवासी समाज के लोग।