अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद भारतीय वायुसेना ने अपने लोगों को काबुल से निकालना जारी रखा है। इसके साथ ही अफगानिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों को भी निकालने का काम किया जा रहा है। 22 अगस्त को इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान काबुल से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरा। विमान में 168 लोग सवार थे, जिसमें 107 भारतीय नागरिक हैं। रेस्क्यू किए गए लोगों ने अफगानिस्तान के एक सिख सांसद के साथ कुछ और नेता भी शामिल हैं।
मुझे रोना आ रहा है- सांसद नरेंद्र
अफगानिस्तान से सुरक्षित भारत पहुंचने के बाद वहां के सिख सांसद नरेंद्र सिंह खालसा कैमरे के सामने आते ही भावुक हो गए। जब उनसे पूछा गया कि एक सांसद के तौर पर अपने मुल्क को छोड़ना कितने दर्द की बात होती है, तो उन्होंने कहा मुझे इस पर रोना आता है। उन्होंने अपने आंसू पोछते हुए कहा, जिस अफगानिस्तान में हम पीढ़ियों से रह रहे थे। इस तरह के हालात हमने कभी नहीं देखे, जो अब देख रहे हैं। सबकुछ खत्म हो गया। 20 साल से जो सरकार बनी थी, वह सब खत्म हो गया, सब जीरो है।
अफगान सांसद की भारत से गुहार
नरेंद्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने गुहार लगाई कि भारतीय वायुसेना अफगानिस्तान में फंसे बाकी सिखों को भी बचाए। उन्होंने बताया कि अभी एक गुरुद्वारे में करीब 280 सिख फंसे हैं, जो मदद का इंतजार कर रहे हैं।