काबुल. अफगानिस्तान पर तालिबान काबिज हो चुका है। तालिबान राष्ट्रपति भवन पहुंच चुके हैं। तालिबान नेता मुल्ला बरादर ने कहा- सभी लोगों के जान-माल की सुरक्षा की जाएगी। अगले कुछ दिनों में सब नियंत्रित कर लिया जाएगा। हमने सोचा नहीं था कि इतनी आसान और इतनी जल्दी जीत मिलेगी। अगले कुछ दिनों में सभी चीजें सामान्य हो जाएंगी। इस बीच, काबुल एयरपोर्ट पर काफी भीड़ है। एयरपोर्ट पर फायरिंग में 5 लोगों की मौत हो गई। लोगों को देश देश छोड़ने की जल्दी है। काबुल-दिल्ली की फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं।
तालिबान का दावा- राष्ट्रपति बड़ी रकम ले जाने की कोशिश में थे
तालिबान के नेता राष्ट्रपति भवन में बैठकर चैनलों को इंटरव्यू दे रहे हैं। उनका दावा है कि राष्ट्रपति अशरफ गनी 50 लाख डॉलर कैश ले जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ये पैसा राष्ट्रपति महल के हेलिपैड पर ही रह गया। 15 अगस्त की देर रात काबुल में कुछ धमाकों की आवाजें भी सुनाई दीं। हालांकि, तालिबान के सूत्रों ने इसकी पुष्टि नहीं की। काबुल एयरपोर्ट से कमर्शियल उड़ानों पर रोक लगा दी गई है।
अमन बहाली के लिए काउंसिल बनी, करजई लीड करेंगे
इस बीच, देश में अमन बहाली के लिए एक समन्वय परिषद बनाई गई है। पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई इसकी अगुआई करेंगे। इसमें अफगानिस्तान के मौजूदा सीईओ अब्दुल्ला अब्दुल्ला और जिहादी नेता गुलबुद्दीन हिकमतयार भी होंगे। न्यूज एजेंसी ने तालिबान के सूत्रों के हवाले से कहा है कि यह संगठन बहुत जल्द राष्ट्रपति भवन से इस्लामिक एमिरेट्स ऑफ अफगानिस्तान का ऐलान कर सकता है।
मुल्ला शीरीन बने काबुल के गवर्नर
तालिबान ने मुल्ला शीरीन को काबुल का गवर्नर बनाया है। वे तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के करीबी थे और उनके सुरक्षा गार्ड भी रह चुके हैं। वो कंधार के हैं और पुराने तालिबान नेता हैं। पूर्व सोवियत संघ के खिलाफ भी लड़ चुके हैं। तालिबान की लड़ाकू यूनिटों के सबसे प्रमुख लोगों में से हैं। मुल्ला शीरीन को वॉर एक्सपर्ट माना जाता है।
अमेरिका ने सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया
काबुल में तेजी से बदले हालात के बीच अमेरिका ने सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया। इसमें कहा गया- काबुल में एयरपोर्ट समेत सुरक्षा हालात तेजी से बदल रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास अब खाली हो चुका है। अमेरिकी राजदूत भी अफगानिस्तान छोड़कर जा चुके हैं।
हिबतुल्ला नया अफगान लीडर
मुल्ला हिबतुल्ला अखुंदजादा अफगान का नया अमीर (लीडर) होगा। हिबतुल्लाह कंधार का रहने वाला है। तालिबान में मजहबी फैसले वही लेता है। हत्यारों और अवैध संबंध रखने वालों की हत्या का आदेश हिब्तुल्लाह ने ही दिया था। तालिबान में उसका आधिकारिक टाइटल अमीरुल मोमिनीन शेख हिबतुल्ला अखुंदजादा है।