काबुल. अफगानिस्तान में तालिबान के राज के बीच भारत की अपने लोगों को निकालने की कोशिशें लगातार जारी हैं। ताजिकिस्तान से 89 लोगों को लेकर विमान भारत पहुंच चुका है। इसमें 87 भारतीय और 2 नेपाल के नागरिक हैं। फ्लाइट में बैठने के बाद लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। उधर, 22 अगस्त को तड़के काबुल से 168 लोगों को लेकर रवाना हुआ वायुसेना का विमान भी भारत पहुंचा चुका है। इसमें 107 भारतीय नागरिक हैं। ये विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरा।
काबुल एयरपोर्ट से हर रोज उड़ सकेंगे भारत के दो विमान
इस बीच अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के वतन वापसी की राह आसान हो गई है। भारत को काबुल एयरपोर्ट से रोज दो विमानों के संचालन की परमिशन मिल गई है। 21 अगस्त को अमेरिकी और उत्तर अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (NATO) फोर्स ने इसकी अनुमति दे दी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अब वे जल्द ही सभी भारतीयों को वापस लाएंगे। अफगानिस्तान में अभी 300 भारतीयों के फंसे होने की बात सामने आई है।
तालिबान ने कहा- अहमद मसूद साथ आने को तैयार
तालिबान ने कहा है कि पंजशीर में लड़ाकों का नेतृत्व कर रहा अहमद मसूद उनके साथ आने को तैयार है। हक्कानी आतंकी संगठन ने यह ऐलान किया है। अगर ऐसा होता है तो अफगानिस्तान में तालिबान को रोकने वाला कोई नहीं होगा। अहमद मसूद के नॉर्दर्न अलायंस ने 20 अगस्त को ही तालिबान लड़ाकों से 3 जिले छीनने का ऐलान किया था। इन जिलों में तालिबान का झंडा हटाकर अफगानिस्तान का राष्ट्रीय झंडा फहरा दिया गया था। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री जनरल बिस्मिल्ला मोहम्मद ने भी सोशल मीडिया पर कहा है कि पुल-ए-हिसार, बानू और देह-ए-सलाह से तालिबान को खदेड़ दिया गया है। बिस्मिल्ला, अशरफ गनी की सरकार में रक्षा मंत्री थे।