नई दिल्ली. अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को लाने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। 21 अगस्त को वायुसेना के एयरफोर्स के C-130J एयरक्राफ्ट ने 85 भारतीयों को लेकर उड़ान भरी। अभी 200 और भारतीयों को लाने की तैयारी है। इसके लिए वायुसेना का C-17 ग्लोबमास्टर स्टैंडबाई पर है।मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जैसे ही पर्याप्त भारतीय नागरिक काबुल एयरपोर्ट पहुंचेंगे, वायुसेना का विमान काबुल रवाना हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक, भारत अमेरिकी के साथ मिलकर काम कर रहा है, ताकि भारतीय वायुसेना (Indian Airforce IAF) के परिवहन एयरक्राफ्ट (Transport Aircraft) को काबुल तक पहुंचाया जा सके।
कई चुनौतियां भी हैं
भारत सरकार को उम्मीद है कि सी-17 में 250 भारतीयों को निकाला जा सकता है। हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करता है कि उनमें से कितने एयरपोर्ट तक पहुंच सकते हैं। काबुल पर तालिबान का कब्जा है और हर चौकियों और चैकपॉइंट्स पर लड़ाके नजर बनाए हुए हैं। माना जा रहा है कि अफगानिस्तान में 400 से ज्यादा भारतीय फंसे हुए हैं।
150 से ज्यादा भारत लाए गए
17 अगस्त को 120 से ज्यादा भारतीयों की ग्लोबमास्टर से वतन वापसी हुई थी। इनमें काबुल स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी, ITBP के जवान और अन्य लोग शामिल थे। 16 अगस्त को भी 45 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया था।
पंजशिर के लड़ाकों ने विद्रोह किया
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद हालात रोज बिगड़ते जा रहे हैं। तालिबान का विरोध भी तेज हो गया है। राजधानी काबुल से करीब सवा सौ किमी दूर पंजशिर घाटी के लड़ाकों ने तालिबान के खिलाफ विद्रोह कर दिया है। इस लड़ाई में 15 तालिबान मारे गए हैं, जबकि 10 आतंकियों को पंजशिर के लड़ाकों ने पकड़ लिया। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हुई।