कंधार. अफगानिस्तान (Afghanistan) में संकट गहराता जा रहा है। अमेरिकी सेना (US Forces) की वापसी का खामियाजा देश को भुगतना पड़ रहा है। तालिबान लड़ाके 34 में से 12 राज्यों पर कब्जा कर चुके हैं। तालिबान (Taliban) ने कंधार पर भी कब्जा कर लिया है। AFP के मुताबिक, तालिबान ने पश्चिम अफगानिस्तान के हेरात के पुलिस हेड क्वार्टर पर भी कब्जा कर लिया है। अफगान सरकार बैकफुट पर है। उसने तालिबान को सत्ता में साझेदारी (Power Sharing) का ऑफर दिया है। भारत ने अपने नागरिकों के लिए अलर्ट जारी किया है। कहा है कि फ्लाइट्स बंद होने से पहले देश लौटें।
अफगानिस्तान सरकार ने सुलह की कोशिश
कतर (Qatar) में तालिबान के साथ बातचीत कर रहे सरकारी अधिकारियों ने हिंसा खत्म करने के लिए एक प्रपोजल दिया है। AFP के अनुसार, अफगान सरकार तालिबान को सत्ता में साझेदार बनाना चाहती है ताकि जंग खत्म हो जाए। हालांकि, तालिबान प्रवक्ता (Spokesperson) ने कहा कि इस प्रस्ताव में कुछ भी नया नहीं है।
7 दिन: तालिबान की गिरफ्त में अफगानिस्तान
1. जरांज: यह अफगानिस्तान के किसी राज्य की पहली राजधानी थी, जिस पर तालिबान कब्जा जमाने में कामयाब हुआ था। 6 अगस्त को आतंकियों ने इस शहर पर कब्जा कर लिया।
2. शबरगान: तालिबान के नियंत्रण में आने वाली यह अफगान राज्य की दूसरी राजधानी थी। जरांज कब्जाने के 24 घंटे के अंदर ही 7 अगस्त को शबरगान पर तालिबान काबिज हो गया।
3. सर-ए-पोल: यहां 8 अगस्त को कब्जा कर लिया।
4. कुंदूज: इसे 8 अगस्त को हथिया लिया। इसकी आबादी 4 लाख के करीब है।
5. तालेकन: कुंदूज के साथ 8 अगस्त को तालिबान ने तालेकन भी कब्जाया। यह तखार राज्य की राजधानी है।
6. ऐबक: तालिबान के कब्जे में आने वाली यह किसी अफगान राज्य की छठी राजधानी थी। यहां 9 अगस्त को कब्जा हुआ।
7. फराह: यह पश्चिमी अफगानिस्तान का सबसे बड़ा शहर है। इसकी सीमा ईरान के साथ मिलती है। इसे 10 अगस्त को कब्जा लिया।
8. पुल-ए-खुमरी: यह शहर बघलान राज्य की राजधानी है। कुंदूज से 100 किलोमीटर और मजार-ए-शरीफ से 200 किलोमीटर दूर है। यहां भी 10 अगस्त को कब्जा किया थ
9. फैजाबाद: अफगानिस्तान के पामीर क्षेत्र का व्यापारिक केंद्र है। यह बदख्शां राज्य की राजधानी है। 11 अगस्त को कब्जा किया।
10. गजनी: काबुल से कंधार जाने का रास्ता इस शहर से ही होकर गुजरता है। 12 अगस्त को तालिबान का यहां भी नियंत्रण हो गया।