अमेरिका में अश्वेत महिलाओं के समूह (नेशनल काउंसिल ऑफ नीग्रो वुमन) ने जॉनसन एंड जॉनसन के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। नीग्रो का आरोप है कि कंपनी अश्वेत महिलाओं से धोखेबाजी कर रही है। झूठी मार्केटिंग कर पाउडर बेचने की कोशिश कर रही है। इसका टारगेट अश्वेत महिलाए है। कंपनी पर पहले से ही 25,000 मुकदमें दायर हैं।
क्या है पूरा मामला
कंपनी पर नीग्रो वुमन ने केस दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि कंपनी को पता है कि उसके पाउडर से कैंसर हो सकता है फिर भी वह धोखेबाजी कर इसे अश्वेत महिलाओं को बेच रहा है। नीग्रो ने आगे कहा कि अश्वेत महिलाओं को जल्द चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल पाती है। अधिकतर का स्वास्थ्य बीमा भी नहीं होता। काउंसिल की प्रवक्ता वांडा टिडलाइन ने कहा कि उन्हें 2012 में ओवेरियन कैंसर हुआ था, जबकि उनके परिवार के इतिहास में ऐसा किसी को नहीं हुआ। वे कई सालों तक जॉनसन एंड जॉनसन का बेबी पाउडर इस्तेमाल कर रही थी क्योंकि कंपनी ने इसे सुरक्षित बताया।
कैंसर और मेसोथेलियोमा जैसी बीमारी
कंपनी के प्रोडेक्ट से ओवेरियन कैंसर और मेसोथेलियोमा जैसी बीमारियां हो रही है। कई महिलाओं की मौत भी हुई । कंपनी पर 25 हजार मामले दर्ज है। कंपनी हर साल 3 हजार करोड़ रुपए मुकदमों पर खर्च करती है। कंपनी ने पिछले साल ही हजारों करोड़ का हर्जाना चुकाया था। 22 कैंसरकारी महिलाओं ने मुकादमा दायर किया था।