दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका संपत्ति के मामले में चीन से पीछे हो गया है। चीन अब संपत्ति के मामले में दुनिया का नंबर एक देश बन गया है।दुनियाभर के देशों की बैलेंस शीट पर नजर रखने वाली मैनेजमेंट कंसल्टेंट मैकिन्जे एंड कंपनी की रिसर्च ब्रांच की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 20 साल में दुनिया की संपत्ति 3 गुना बढ़ी है। इन संपत्तियों में चीन की हिस्सेदारी एक-तिहाई यानी लगभग 33% है।रिपोर्ट के अनुसार साल 2000 में दुनिया की कुल संपत्ति 156 खरब डॉलर थी जो 2 दशक बाद यानी साल 2020 के बाद बढ़कर 514 खरब डॉलर हो गई। वहीं, 2000 में चीन की कुल संपत्ति 7 खरब डॉलर थी जो साल 2020 में तेजी से बढ़कर 120 खरब डॉलर पहुंच गई है।
दोनों देशों के धन का बड़ा हिस्सा कुछ लोगों तक सीमिनत
रिपोर्ट के मुताबिक चीन और अमेरिका के धन का बहुत बड़ा हिस्सा कुछ अमीर लोगों तक ही सीमित है। इन दोनों अमीर देशों में 10% प्रतिशत आबादी के पास सबसे ज्यादा धन है। इन देशों में अमीरों की तादाद तेजी से बढ़ रही है, जिसके कारण अमीर और गरीब देशों के बीच बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है।रिपोर्ट में बताया गया है कि वैश्विक कुल संपत्ति का 68% हिस्सा अचल संपत्ति के रूप में मौजूद है, जबकि बाकी की संपत्ति में बुनियादी ढांचा, मशीनरी और उपकरण जैसी चीजें शामिल हैं।
चीन की संपत्ति 20 सालों में तिगुनी हुई
पिछले 20 सालों में चीन की दौलत तिगुनी हो गई है। साल 2000 में उसकी नेटवर्थ 7 ट्रिलियन डॉलर थी, जो 2020 में बढ़कर 120 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। अमेरिका की बात करें तो इस दौरान अमेरिका की नेट वर्थ बढ़ 90 ट्रिलियन डॉलर हो गई है.