काबुल.अफगानिस्तान में अशरफ गनी की सरकार गिरने के बाद से तालिबान ने अपना अधिकार जमा लिया है। तालिबान ने कहा था कि वे महिलाओं को अधिकार देगा और पुरानी सरकार के साथ काम करने वाले लोगों को माफ करेगा। तालिबान की यह बात झूठी साबित होती नजर आ रही है। तालिबान ने बल्ख प्रांत की महिला गवर्नक सलीमा मजारी को बंधक बना लिया है।
सलीमा मजारी पहली महिला गवर्नर थी
अफगानिस्तान में महिला गवर्नरों (governor)में से एक सलीमा थी। उन्हें कुछ साल पहले ही बल्ख के चाहत किंत जिले का गवर्नर चुना गया था। तालिबान (Taliban) ने सभी प्रांतों पर अपना कब्जा कर लिया। सलीमा ने भागने के बजाय मुकाबला(Fight) करने का फैसला किया। उनके जिले ने भी तालिबान के सामने सरेंडर(Surrender) कर लिया था।
महिला न्यूज एंकरों को भी हटाया
तालिबान की वजह से महिला न्यूज एंकरों(News anchor) को हटा दिया है। अपने लोगों को सौंपी दिया है। काबुल को अपने कब्जे में करने के बाद, तालिबान ने अब सरकारी दफ्तरों (Government organisation) के साथ ही निजी संस्थानों(Private institution) को निशाना बना लिया है। अफगान की न्यूज एंकर खदीजा अमीना को नौकरी (Job) से निकाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब मैं क्या करूं, आने वाली पीढ़ी को क्या बताउंगी। 20 साल में जो कुछ हासिल किया सब चला जाएगा।