दिल्ली. पाकिस्तान की तरफ से भारत पर आरोप लगाते हुए कहा गया था कि भारत की तरफ से उनके देश की सीमा में एक सुपरसोनिक मिसाइल दागी गई। ये मिसाइल पाकिस्तान की सीमा के करीब 124 किमी अंदर गिरी। जिसे पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम ने ट्रेस किया था। अब भारत की तरफ से इस मामले को लेकर जवाब दिया गया है, जिसमें भारत ने माना है कि मिसाइल दागी गई थी।
मामले की जांच होगी: रक्षा मंत्रालय के बयान के मुताबिक भारत सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और एक उच्च स्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए हैं। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस बारे में जानकारी मिली है कि ये मिसाइल पाकिस्तान में जा गिरी थी। यह घटना बेहद खेदजनक है लेकिन राहत की बात ये है कि हादसे में किसी की जान नहीं गई। रक्षा मंत्रालय ने हालांकि ये नहीं बताया कि ये कौन सी मिसाइल थी और कहां से दागी गई थी, लेकिन बयान में ये जरूर कहा गया कि नियमित रख-रखाव के दौरान तकनीकी खराबी के चलते मिसाइल अचानक फायर हो गई थी। माना जा रहा है कि ये ब्रह्मोस मिसाइल थी और हरियाणा के सिरसा एयर बेस से फायर की गई थी। सिरसा में भारतीय वायुसेना का एक अहम एयर बेस है।
पाक ने ये कहा: पाकिस्तान के मियां चन्नू में जहां ये सुपरसोनिक मिसाइल जाकर गिरी थी वो आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर के बहावलपुर स्थित घर से महज़ 160 किलोमीटर की दूरी पर है। जब ये मिसाइल पाकिस्तान में गिरी थी तो वहां हड़कंप मच गया था। 10 मार्च को पाकिस्तान सेना की मीडिया विंग के डीजी ने पाकिस्तानी वायुसेना के एयर वाइस मार्शल रैंक के अधिकारी के साथ एक बड़ी प्रेस कांफ्रेंस कर भारत पर गंभीर आरोप लगाए थे। 11 मार्च को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को इस घटना को लेकर तलब भी किया था। पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस मिसाइल को लेकर पीएम मोदी पर भी हमला बोला है।
मिसाइल को किया गया था ट्रैक: आईएसपीआर के डीजी के मुताबिक पाकिस्तानी एयर-डिफेंस एजेंसी ने भारत की इस सुपरसोनिक मिसाइल का रूट तक ट्रैक किया था, जो सिरसा के करीब से राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज की तरफ से होती हुई दोनों देशों की सीमा पार कर बहावलपुर के करीब मियां चुन्नू इलाके में जाकर गिरी थी। आईएसपीआर की प्रेस कांफ्रेंस में पाकिस्तानी वायुसेना का एक एयर वाइस मार्शल रैंक के अधिकारी ने स्क्रीन पर भारत के प्रोजेक्टाइल का रूट भी दिखाया था। इस मिसाइल ने भारत की सीमा में करीब 200 किलोमीटर की दूरी तय की थी और फिर 124 किलोमीटर अंदर पाकिस्तान में जाकर गिरी थी। ये मिसाइल करीब 40 हजार फीट की ऊंचाई से नीचे आकर गिरी थी।