इजरायल के पास दुनिया की सबसे बेहतरीन खुफिया एजेंसी, हाईटेक बॉर्डर सिक्योरिटी... फिर भी हमास ने कैसे किया बड़ा हमला?

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Pratibha Rana
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इजरायल के पास दुनिया की सबसे बेहतरीन खुफिया एजेंसी, हाईटेक बॉर्डर सिक्योरिटी... फिर भी हमास ने कैसे किया बड़ा हमला?

TEL AVIV. फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद दुनियाभर में चर्चा तेज हो गई है। कई देश के इजरायल के समर्थन में उतर आए हैं तो वहीं कुछ देश आतंकी संगठन के कदम को सही ठहरा रहे हैं। महज 20 मिनट में 5 हजार रॉकेट दागने वाले हमास पर कार्रवाई तेज हो गई है। हमले में अब तक 100 से ज्यादा लोगों के मौत हो चुकी है तो वहीं 900 से ज्यादा घायल हैं। हमास ने दावा किया है कि उसने कई इजरायली सैनिकों और कई इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया है। इजरायल के जवाबी हमले में 198 मौतें हुई हैं और लगभग 1,500 घायल हुए हैं। हमले को इजरायली खुफिया एजेंसी की बड़ी चूक बताया जा रहा है।

पूरी प्लानिंग के साथ इजरायल पर हमला किया

हमास ने पूरी प्लानिंग के साथ इजरायल को निशाना बनाया, जिसकी तैयारी वो काफी वक्त से कर रहा था। हमले को इजरायली खुफिया एजेंसी की बड़ी चूक बताया जा रहा है। कारण है, दुनिया की सबसे तेजतर्रार एजेंसियों मोसाद और शिन बेट के होते हुए भी हमास द्वारा हलमे की प्लानिंग का पता नहीं लग सका, वहीं यह सब तब हुआ है जब इजरायल के पास दुनिया की सबसे मजबूत सेनाओं में से एक है। इतना ही नहीं, देश के बॉर्डर पर सुरक्षा कैमरे, शिन बेट और मोसाद के एजेंट्स, अत्याधुनिक थर्मल इमेजिंग/मोशन सेंसर तैनात हैं. वहीं यहां पर कि आधुनिक बॉर्डर फेंसिंग 'आयरन डोम' लगाने के बावजूद भी ये हमला नहीं रोका जा सका।

क्या रही वजह

जानकारों की मानें तो इजरायल ईरान से मुकाबला करने और इस्लामिक गणराज्य के परमाणु कार्यक्रम को विफल करने के प्रयासों में इतना व्यस्त हो गया कि उसने अपने ही दूसरे छौर पर मौजूद फिलिस्तीन पर ध्यान ही नहीं दिया। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि नेतन्याहू सरकार द्वारा न्याय प्रणाली में किए गए बदलाव को लेकर तेल अवीव समेत कई शहरों में चल रहे विरोध प्रदर्शन का भी फायदा दुश्मन देशों ने उठाया है। कारण, कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

हमास ने इजरायल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बताया

हमास ने हमलों की जिम्मेदारी ली और इसे इजरायल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बताया है. हमास के अल-कासम ब्रिगेड ने अपने ऑपरेशन 'अल-अक्सा फ्लड' के दौरान कई इजरायली सैनिकों को पकड़ने का दावा किया है। उसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ऐसे वीडियो साझा किए हैं, जिनमें कहा गया है कि इजरायली बंदियों को गाजा में जिंदा ले जाया गया। हमास की मानें तो इजरायल के करीब 5 हजार सैनिकों को बंधक बना लिया गया है. वहीं कई इजरायली सैनिकों को मार गिराया है।

गाजा पट्टी पर इजरायल का हमला जारी

हमास के हमले के बाद इजरायल ने भी 'युद्ध' की घोषणा कर दी है। इसके बाद रात होते-होते पूरा मंजर बदल गया। हमास के हमले के जवाब में इजरायल द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन 'आयरन स्वॉर्ड्स' के जरिए हवा, जमीन और समुद्र से गाजा पट्टी में रॉकेटों की बौछार की जा रही है। इजरायली वायु सेना के दर्जनों लड़ाकू विमानों ने पूरे गाजा पट्टी में आतंकवादी संगठन हमास के 17 सैन्य परिसरों और 4 हेडक्वार्टर पर हमला किया।

इजरायली पीएम ने बनाया एक्शन प्लान

इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने सबसे पहले युद्ध का ऐलान किया, फिर कैबिनेट की बैठक बुलाई। इसमें तीन एक्शन प्लान पर फैसला हुआ है। नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल में युद्ध के हालात हैं। हमारा पहला उद्देश्य हमारे क्षेत्र में घुसपैठ करने वाली शत्रुतापूर्ण ताकतों को हटाना और उन समुदायों के लिए सुरक्षा और शांति बहाल करना है जिन पर हमला किया गया है।

दशकों से चल रही दोनों देशों में जंग

मजहब और जमीन की जंग दोनों देश इजरायल-फिलिस्तीन के बीच दशकों से चली आ रही है। इस जंग के चलते कई बार मध्यपूर्व की जमीन पर बेगुनाहों का खून बहा है। इजरायल एक यहूदी देश है, जबकि फिलिस्तीन मुस्लिम बहुल। दोनों मुल्कों के बीच ये जंग इजरायल की स्थापना के पहले से ही जारी है। क्योंकि फिलिस्तीन और कई मुस्लिम देश इजरायल को यहूदी राष्ट्र के रूप में मानने से इनकार करते हैं।

भारत ने जारी की एडवाइजरी

भारतीय दूतावास ने इजरायल में सभी भारतीय नागरिकों को "सतर्क रहने" और "सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने" के लिए कहा। इसके अलावा गैर-जरूरी आवाजाही से बचने और सुरक्षा आश्रयों के करीब रहने की सलाह दी है। इसके साथ ही कहा है कि कृपया सावधानी बरतें, अनावश्यक आवाजाही से बचें और सुरक्षा आश्रयों के करीब रहें।

युद्ध के बाद दो गुटों में बंटी दुनिया

एक बार फिर दुनिया इस युद्ध के बाद दो गुटों में बंट गई है. हिंदुस्तान अपने पुराने दोस्त इजरायल के साथ डटकर खड़ा है, वहीं आतंकी की फैक्ट्री चलाने वाला पाकिस्तान एक बार फिर आतंकी हमले का समर्थन करता नजर आ रहा है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "इजरायल में आतंकवादी हमलों की खबर से गहरा सदमा लगा है। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ है। हम इस कठिन समय में इजरायल के साथ एकजुटता से खड़े हैं।

पाकिस्तान ने कहा

वहीं पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) की तरफ से कहा गया कि वह इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हाल ही में बढ़े तनाव के मद्देनजर हम बढ़ती स्थिति की मानवीय क्षति के बारे में चिंतित हैं। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से शत्रुता की समाप्ति, नागरिकों की सुरक्षा और मध्य पूर्व में स्थायी शांति के लिए एकजुट होने का आह्वान करते हैं।

ईरान ने हमास के लड़ाकों को दी बधाई

ईरान के प्रमुख अली खामेनेई के एक सलाहकार ने इजरायल पर हमला करने के लिए फिलिस्तीनी लड़ाकों को बधाई दी। याह्या रहीम सफवी के हवाले से कहा गया है, "हम फिलिस्तीनी लड़ाकों को बधाई देते हैं। हम फिलिस्तीन और यरुशलम की आजादी तक फिलिस्तीनी लड़ाकों के साथ खड़े रहेंगे।

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