/sootr/media/post_banners/0599c3585d20232d7fa2d0cdfa3c5230bad90a887279bd8f27e546531fc2ed24.jpeg)
NEW YORK. मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब इस ब्यूटी पेजेंट में मांएं और शादीशुदा महिलाएं भी हिस्सा ले सकेंगी। ये नियम अगले साल यानी 2023 से लागू हो जाएगा। अब तक के नियमों के मुताबिक, केवल सिंगल वुमन ही पेजेंट में हिस्सा सकती थी। इसमें भी ये नियम था कि प्रतियोगिता के लिए अप्लाई करने वाली महिला की उम्र 18 से 28 साल हो, वह ना तो शादीशुदा हो और ना ही उसके बच्चे हों। पहले नियम में ये भी शामिल था कि खिताब जीतने वाली प्रतियोगी एक साल तक ना तो शादी कर सकेगी और ना ही बच्चे। मिस यूनिवर्स पेजेंट दुनिया के 160 से ज्यादा देशों में ब्रॉडकास्ट होता है।
मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन के बयान में ये भी कहा गया है कि हमारा मानना है कि महिलाओं का अपनी जिंदगी पर अधिकार है। इंसान के निजी फैसले उसकी सफलता में बाधक नहीं बनने चाहिए। इससे पहले भी मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन ने अपने नियमों को बदला है। पिछले साल ही कॉन्टैस्ट में स्विम सूट राउंड में मिस बहरीन पूरी तरह से ढंके स्पोर्ट्सवियर में आई थीं।
भारत ने मिस यूनिवर्स के 3 खिताब जीते
- सुष्मिता सेन- 1994
समाज बदल रहा है- मैक्सिको की पूर्व मिस यूनिवर्स
मिस यूनिवर्स 2020 रहीं मैक्सिको की एंड्रिया मेजा (Andrea Meza) ने मिस यूनिवर्स नियम में हुए बदलाव की तारीफ की है। एक इंटरव्यू में मेजा ने कहा, मुझे बहुत अच्छा लगा कि यह हो रहा है। समाज बदलता जा रहा है और औरतें भी उन पदों पर हैं, जिनमें कभी सिर्फ पुरुष हुआ करते थे। यह पेजेंट्स के लिए भी सही समय था कि वे भी अपने नियमों में बदलाव कर परिवार वाली महिलाओं को मौका दें।
मेजा ने अब तक चली आ रही गाइडलाइंस को सेक्सिस्ट और अनरियल करार देते हुए कहा, कुछ लोग नई गाइडलाइंस के खिलाफ हैं, क्योंकि वे ऐसी सिंगल सुंदर महिला को विजेता बनाना चाहते हैं, जो रिलेशनशिप्स के लिए अवेलेबल रहे और बाहर से इतनी परफेक्ट दिखे कि उसे पाना करीब-करीब सभी के लिए मुश्किल हो जाए। पहली बात सेक्सिस्ट है और दूसरी अनरियलिस्टिक।