बाएं से- इन्फोसिस के संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति और पत्नी अक्षता के साथ ऋषि सुनक।
Bangaluru/London. भारतवंशी ऋषि सुनक (42) को ब्रिटेन के नया प्रधानमंत्री चुने जाने पर उनके ससुर और इन्फोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने खुशी जताई है। अपनी पहली प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा, 'मुझे उन पर गर्व है, उनकी सफलता की कामना करता हूं।' सुनक ने नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से 2009 में शादी की थी। सुनक दंपती की दो बेटियां- कृष्णा और अनुष्का हैं। ऋषि सुनक और अक्षता की मुलाकात स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान हुई थी।
एक भारतीय ने चर्चिल की बात को गलत साबित किया- आनंद महिंद्रा
आनंद महिंद्रा भी अपने तरीके से सुनक को बधाई धी। उन्होंने ट्वीट किया- 1947 में भारत की आजादी के मौके पर विंस्टन चर्चिल (पूर्व ब्रिटिश पीएम) ने मजाक उड़ाते हुए सभी भारतीय नेताओं को निम्न-स्तर और शक्तिहीन बताया था। लेकिन देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर भारतीय मूल के एक व्यक्ति ने ब्रिटेन की बागडोर संभालकर उन्हें करारा जवाब दिया है।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">In 1947 on the cusp of Indian Independence, Winston Churchill supposedly said “…all Indian leaders will be of low calibre & men of straw.” Today, during the 75th year of our Independence, we’re poised to see a man of Indian origin anointed as PM of the UK. Life is beautiful…</p>— anand mahindra (@anandmahindra) <a href="https://twitter.com/anandmahindra/status/1584531882435219461?ref_src=twsrc%5Etfw">October 24, 2022</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
ब्रिटेन के पहले पीएम बनने वाले भारतवंशी
ऋषि सुनक पहले ऐसे भारतीय मूल के व्यक्ति हैं, जो यूके सरकार का सबसे बड़ा पद संभालेंगे। सुनक ने कंजरवेटिव लीडरशिप चुनाव में पेनी मोरडॉन्ट को पीछे छोड़ते हुए प्रधानमंत्री की कुर्सी पर कब्जा कर लिया। सुनक को करीब 200 सांसदों का समर्थन था, जबकि समर्थन के मामले में पेनी काफी पीछे रह गईं। इसके बाद पेनी ने अपना नाम वापस ले लिया और सुनक के नाम का आधिकारिक ऐलान कर दिया गया।
तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं ऋषि सुनक
ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथम्पैटन में हुआ था। ऋषि के पिता डॉक्टर और मां डिस्पेंसरी चलाती थीं। ऋषि सुनक तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। ऋषि के दादा-दादी का जन्म पंजाब प्रांत (ब्रिटिश इंडिया) में हुआ था, जबकि ऋषि सुनक के पिता का जन्म केन्या तो उनकी मां का जन्म तंजानिया में हुआ था।
ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के विंचेस्टर कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान में पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से की। ऑक्सफोर्ड में ऋषि ने फिलॉसफी और इकॉनोमिक्स को पढ़ा। इसके बाद ऋषि ने स्टेनफोर्ड से एमबीए भी किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद ऋषि सुनक ने गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया और बाद में हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए।
करियर के शुरुआती दिनों में जब ऋषि राजनीति में नहीं आए थे, तब उन्होंने एक अरब पाउंड की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी की स्थापना की। इस कंपनी की खासियत थी कि यह ब्रिटेन में छोटे स्तर के कारोबारों में निवेश के लिए काफी सहायक थी। प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने कहा था कि मैं दुकान में काम करते हुए, दवाइयां पहुंचाता हुआ बड़ा हुआ हूं। मैंने सड़क के किनारे भारतीय रेस्तरां में वेटर के रूप में काम किया था। उन्होंने बताया कि कैसे उनके माता-पिता ने उन्हें ब्रिटेन के सबसे महंगे और खास बोर्डिंग स्कूलों में से एक विंचेस्टर कॉलेज में भेजने के लिए थोड़ा-थोड़ा करके पैसे जमा किए थे।
2015 में पहली बार संसद पहुंचे सुनक
यूके के सबसे अमीर सांसदों में शामिल ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक 2015 में पहली बार ब्रिटेन की संसद पहुंचे। उन्होंने यॉर्कशायर के रिचमंड से जीत हासिल की थी। ऋषि सुनक ब्रेग्जिट का समर्थन करने वाले नेताओं में से एक थे, जिस वजह से राजनीति में उनका कद तेजी से बढ़ा। पूर्व प्रधानमंत्री टेरिजा मे की कैबिनेट में सुनक जूनियर मिनिस्टर रहे। 2019 में बोरिस सरकार में ऋषि सुनक के पास ब्रिटेन के वित्त मंत्री का कार्यभार था।
कोरोना दौर में मशहूर हुए सुनक
ऋषि सुनक बोरिस जॉनसन सरकार में काफी लोकप्रिय मंत्री रहे। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता था कि जब भी सरकार की कोई प्रेस ब्रीफिंग होती थी तो वे अकसर चेहरे के तौर पर नजर आते थे। कोरोना काल में यूके की आर्थिक स्थिति को ठीक रखने के पीछे भी ऋषि सुनक की तारीफ की जाती हैं।
ऋषि की मेहनत का नतीजा था कि कोरोना काल में भी सभी वर्ग के लोग उनके कामकाज से पूरी तरह खुश थे. कोरोना काल में ही ऋषि सुनक की नीतियों की वजह से लोगों की मजदूरी नहीं घटी, जिसका फायदा भी काफी लोगों को पहुंचा और ऋषि और ज्यादा लोगों के चहेते बन गए।
सुनक के बारे में ये 5 चीजें भी जानिए