STOCKHOLM. नोबेल कमेटी ने 4 अक्टूबर को भौतिकी (फिजिक्स) के नोबेल अवॉर्ड का ऐलान कर दिया। इस बार ये पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों एलेन एसपेक्ट, जॉन क्लॉसर और एंटन जीलिंगर को दिया जाएगा। एसपेक्ट फ्रांस, क्लॉसर अमेरिका तो जीलिंगर ऑस्ट्रिया के रहने वाले हैं। तीनों वैज्ञानिको ने उलझी हुई क्वांटम अवस्थाओं का अध्ययन किया। नोबेल पुरस्कार में 10 लाख स्वीडिश क्रोना (74.71 लाख रुपए) की राशि दी जाती है। तीनों वैज्ञानिकों में ये राशि बराबर बांटी जाएगी। नोबेल पुरस्कार 10 दिसंबर (अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि) को स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में दिए जाते हैं।
रॉन्टजन को मिला था फिजिक्स में पहला नोबेल
1901 में जर्मन इंजीनियर विल्हेम रॉन्टजन को फिजिक्स का पहला नोबेल पुरस्कार मिला था। रॉन्टजन ने एक्स-रे की खोज की थी। फ्रांस की मैरी क्यूरी को 1903 में भौतिकी में रेडियो एक्टिविटी को लेकर पति पियरे क्यूरी और हेनरी बेक्वेरल के साथ रेडियो एक्टिविटी के लिए पुरस्कार मिला था। क्यूरी को रेडियम और पोलोनियम तत्व की खोज के लिए रसायन में भी नोबेल अवॉर्ड दिया गया। ऐसा कारनामा करने वालीं क्यूरी इकलौती वैज्ञानिक हैं।
नोबेल की वसीयत पर दिए जाते हैं पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार, स्वीडिश वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के आधार पर दिए जाते हैं। 1896 में नोबेल के निधन से पहले फ्रांस के अखबार में इस हेडलाइन से खबर छपी- मौत के सौदागर की मौत। नोबेल ने डाइनामाइट की खोज की थी। खबर गलत थी। निधन अल्फ्रेड के भाई का हुआ था। खबर से अल्फ्रेड काफी दुखी हुए। उन्होंने सोचा कि मरने के बाद मैं इस रूप में याद रखा जाऊंगा। ...और बस उन्होंनें अपनी सारी संपत्ति का एक कोष बना दिया। इसी कोष से पुरस्कार दिए जाते हैं। 1901 में भौतिकी, रसायन, मेडिसिन, साहित्य और शांति के लिए नोबेल पुरस्कार शुरू किए गए। 1968 में अर्थशास्त्र पर अवॉर्ड शुरू किया गया।