कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट भारत समेत दुनिया के कई देशों में फैलता जा रहा है।दुनिया भर के वैज्ञानिकों को ये डर है कि कहीं कोविड का ये नया वैरिएंट दुनिया में एक बार फिर से महामारी को खतरनाक ना बना दे।नए वैरिएंट पर अब UK के वैज्ञानिकों की एक नई स्टडी आई है जिसके परिणाम डराने वाले हैं।
ब्रिटेन में हो सकती हैं 75,000 मौतें
ये स्टडी लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन और दक्षिण अफ्रीका के स्टेलनबोश यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने की है। स्टडी में चेतावनी दी गई है कि अगर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए तो अगले साल अप्रैल तक UK में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट से 25,000 से 75,000 मौतें होने का अनुमान है।स्टडीज के मुताबिक, सबसे अच्छी स्थिति में अगर हम मान लें कि इम्यून से ओमिक्रॉन के बचने की क्षमता कमजोर हो और बूस्टर की हाई डोज प्रभावी हो तो उसके बाद अस्पताल में लोगों के भर्ती होने की दर 60 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है।
क्या कहती है स्टडी
स्टडी में कहा गया है, 'साक्ष्यों से पता चलता है कि इंग्लैंड में Omicron B.1.1.1.529 वैरिएंट की वजह से SARS-CoV2 तेजी से फैलेगा. अगर सख्त उपाय नहीं किए गए तो अल्फा की तुलना में इसके मामले अधिक क्षमता के साथ बढ़ेंगे। ऐसा अंदाजा ओमिक्रॉन की तेजी से फैलने की क्षमता और इम्यूनिटी से बचने की वजह से लगाया जा रहा है।भारत में भी ओमिक्रॉन कई बड़े शहरों में फैलता जा रहा है. देश में अब तक इसके 38 मामले सामने आ चुके हैं।
बच्चों में नए वैरिएंट का ज्यादा खतरा
दक्षिण अफ्रीका और UK के डेटा के मुताबिक ये वैरिएंट बच्चों को ज्यादा शिकार बना रहा है. अब यहां जो बच्चे आ रहे हैं उनमें मध्यम से लेकर गंभीर लक्षण देखे जा रहे हैं। इन्हें पिछली बार की तुलना में ऑक्सीजन, सपोर्टिव थेरेपी और ज्यादा दिनों तक अस्पताल में रहने की जरूरत पड़ रही है।WHO भी लगातार पूरी दुनिया को इस नए वैरिएंट के खतरे से आगाह कर रहा है।
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