पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान विटंर ओलिंपिक की ओपनिंग सेरेमनी में शामिल होने के लिए चार दिन चीन दौरे पर हैं। आखिरी दिन उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। जहां इमरान ने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा। लेकिन यहां भी उसे आश्वासन और एक बयान के अलावा कुछ खास हासिल नहीं हुआ।
कश्मीर मुद्दे पर चीन ने झाड़ा पल्ला: कश्मीर मुद्दा इतिहास का बचा हुआ विवाद है, जिसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर, सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों के आधार पर शांति से हल किया जाना चाहिए। चीन किसी भी एकतरफा कार्रवाई का विरोध करता है जिससे हालत और बिगड़ सकते हैं।
भारत पहले ही खारिज कर चुका ऐसे बयान: भारत पहले भी इस तरह के बयानों को खारिज कर चुका है। जुलाई 2021 में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने दोनों देशों के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा था चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा भारतीय क्षेत्र से गुजरता है, जिस पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न हिस्सा है और हमेशा रहेगा।