वॉशिंगटन. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के अमेरिका में हैं। 23 सितंबर देर रात (भारतीय समयानुसार) मोदी की अमेरिकी उपराष्ट्रपति (Vice President) कमला हैरिस (Kamala Harris) से मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने इस दौरान भारत-अमेरिकी रिश्तों पर चर्चा की, वहीं दुनिया के अलग-अलग मुद्दों पर भी बात हुई। इनमें अफगानिस्तान (Afghanistan) का मसला भी शामिल रहा, जबकि हैरिस ने आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान (Pakistan) को लताड़ा।
कई मुद्दों पर चर्चा
मोदी और हैरिस के बीच हुई ये पहली मुलाकात (1st Meeting) थी। इससे पहले दोनों नेता फोन पर बातचीत कर चुके थे। बैठक में भारत में कोरोना के हालात, वैक्सीनेशन (Vaccination) और हेल्थ से जुड़े सामान की सप्लाई को लेकर चर्चा हुई। हैरिस ने इस दौरान भारत की वैक्सीन सप्लाई को फिर से शुरू करने के लिए तारीफ की। इसके अलावा क्लाइमेट चेंज (Climate Change) को लेकर भी मोदी ने भारत के फैसलों के बारे में बताया, जिसमें नेशनल हाइड्रोजन मिशन भी शामिल है। दोनों नेताओं ने हेल्थकेयर (Health Care) और आईटी सेक्टर (IT Sector) में सहयोग को लेकर भी बात की।
Glad to have met @VP @KamalaHarris. Her feat has inspired the entire world. We talked about multiple subjects that will further cement the India-USA friendship, which is based on shared values and cultural linkages. pic.twitter.com/46SvKo2Oxv
— Narendra Modi (@narendramodi) September 24, 2021
पाक में आतंकी गुट एक्टिव
मोदी और हैरिस की मीटिंग के बारे में विदेश सचिव (Foreign Secretary) हर्ष श्रृंगला ने जानकारी दी कि जब बैठक में आतंकवाद का मसला आया, तब हैरिस ने पाकिस्तान के रोल की बात की और एक्शन लेने की मांग की। हैरिस ने माना कि पाकिस्तान में आतंकी ग्रुप (Terrorists Organization) एक्टिव हैं और इस्लामाबाद को उनके खिलाफ एक्शन लेना ही होगा। दोनों नेताओं ने इस दौरान अफगानिस्तान के हालात, दुनिया में लोकतंत्र की स्थिति को लेकर भी चर्चा की। मोदी ने इस दौरान हैरिस और उनके पति डगलस को भारत आने का न्योता दिया।
मोदी का शेड्यूल
23 सितंबर को ही मोदी के अमेरिकी दौरे की शुरुआत हुई। सबसे पहले प्रधानमंत्री ने अमेरिका की कई कंपनियों की CEO से मुलाकात की। साथ ही जापान और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रियों के साथ वार्ता की। 24 सितंबर को मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) के साथ मुलाकात होनी है। इसके बाद वे न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के संबोधन देंगे।