काबुल. अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे को एक महीना पूरा होने को है। तालिबानी राज के बाद से ही अफगानिस्तान में लगातार स्थिति खराब होती जा रही है। अब यहां बढ़ती महंगाई की वजह से लोगों को अपने घर का सामान बेचना पड़ रहा है। देश में कैश (cash) का भी संकट आ चुका है।
बाजार जहां सामान के बदले खाने की चीजें
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक ऐसा बाजार (market) लग रहा है। जहां पर लोग अपने घर का सामान (furniture) बेच रहे हैं। इनमें बेड, बर्तन, फर्नीचर तक शामिल है। यहां हर कोई अपना सामान (things) बेच रहा है ताकि पैसे (money) मिल जाए। देश में कैश (cash) का भी संकट आ चुका है। लोगों की लंबी कतारें बैंको और एटीएम के सामने खड़ी है।
अपने वादों से मुकरा तालिबान
यूएन (UN) का कहना है कि तालिबान (Taliban) अपने वादों (promise) से मुकर रहा है। पढ़ाई और महिलाओं के हक में जो उसने वादे किए थे। वो पूरे नहीं कर पा रहा है। तालिबान ने बच्चियों (childrens) के स्कूल जाने से लेकर पढ़ाई अलग- अलग कराने की बात कही है। यूनिवर्सिटी (university) के पाठ्यकम्र में भी बदलाव होगा। लड़कियों को सिर्फ महिला टीचर या बुजुर्ग टीचर पढ़ाएंगे।