कीव/मॉस्को. रूस के यूक्रेन पर हमले का आज (20 मार्च) 25वां दिन है। 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमले की शुरुआत की थी। अब स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति इग्नाजियो कैसिस ने रूस-यूक्रेन तनाव को सुलझाने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की है। वहीं, यूक्रेन ने चीन से कहा है कि वह रूस की लगातार की जा रही बर्बरता की निंदा करे। 19 मार्च को रूस ने दावा किया कि उसने पहली बार नई हाइपरसोनिक मिसाइलों के साथ यूक्रेनी हथियार डिपो पर हमला किया था। पश्चिमी यूक्रेन में संघर्ष के दौरान किंजल हाइपरसोनिक हथियारों का ये पहला इस्तेमाल था।
यूक्रेन में सैकड़ों जानें गईं: संयुक्त राष्ट्र (UN) के मानवाधिकार ऑफिस के मुताबिक, 24 फरवरी से अब तक यूक्रेन के 2,246 नागरिक हताहत हुए, जिनमें से 847 मारे गए हैं और 1,399 घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी का मानना है कि वास्तविक आंकड़े काफी अधिक हैं।
तो क्या परमाणु हमला करेगा रूस: ब्रिटेन की कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन परमाणु युद्ध की तरफ बढ़ने के संकेत दे रहे हैं। ये दावा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि पुतिन ने अपनी सेना को न्यूक्लियर वॉर ड्रिल के लिए अभ्यास करने का आदेश दिया है। इतना ही नहीं, सुरक्षा के लिए अपने परिवार को साइबेरिया भेज दिया है। वहीं क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) के अधिकारी सकते में हैं कि पुतिन के इस निर्णय का अंजाम कितना भयानक हो सकता है। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि 25 दिन युद्ध के बीत जाने पर भी यूक्रेन ने अब तक हथियार नहीं डाला है, जिस वजह से पुतिन काफी नाराज हो गए हैं और उन्होंने इसे चुनौती मान लिया है।
तुर्की को मना रहा अमेरिका: अमेरिका अब यूक्रेन की मदद के लिए तुर्की को मना रहा है। सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका ने तुर्की से रूसी मिसाइल सिस्टम एस-400 को यूक्रेन को देने की सलाह दी, ताकि यूक्रेन रूस का मुकाबला कर सके। हालांकि, इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। जानकारी के मुताबिक, अमेरिका उन देशों से भी बात कर रहा है, जो रूस निर्मित एस-300 या एस-400 मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं।