NEW YORK. मशहूर लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) को न्यूयॉर्क के बफेलो के पास एक कार्यक्रम से पहले चाकू घोंपकर घायल कर दिया गया। यहां वे एक लेक्चर देने वाले थे। किताब 'द सैटेनिक वर्सेज' लिखने के लिए सलमान रुश्दी को ईरान ने 1989 में जान से मारने की धमकी भी थी। अब धमकी मिलने के 33 साल बाद 12 अगस्त को रुश्दी को न्यूयॉर्क में चाकू मार दिया गया।
न्यूयॉर्क पुलिस ने बताया कि आरोपी उस मंच की तरफ दौड़ा, जहां से रुश्दी बोलने वाले थे। उसने रुश्दी और उनका इंटरव्यू लेने वाले पर हमला किया। ये हमला स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 11 बजे चौटॉकुआ इंस्टीट्यूशन में हुआ। रुश्दी के गले में चोट आई। उन्हें हेलिकॉप्टर से हॉस्पिटल ले जाया गया।
A male suspect ran up onto stage at a speaking event & attacked Salman Rushdie & an interviewer at 11 am (local time), today in Chautauqua Institution in Chautauqua. Rushdie suffered an apparent stab wound to his neck & was transported by helicopter to a hospital: NY State Police https://t.co/AnpC6r45pF pic.twitter.com/ZXCizphI38
— ANI (@ANI) August 12, 2022
रुश्दी की किताब ईरान में बैन
सलमान रुश्दी की किताब 'द सैटेनिक वर्सेज' (The Satanic Verses) ईरान में 1988 से बैन है, क्योंकि कई मुसलमान इसे ईशनिंदा मानते हैं। इसके ठीक एक साल बाद यानी 1989 में ईरान के दिवंगत नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी ने एक फतवा जारी किया, जिसमें रुश्दी की मौत की बात कही गई थी। फतवे में रुश्दी को मारने वाले को 3 मिलियन डॉलर से ज्यादा का इनाम देने की बात भी थी।
ईरान की सरकार ने लंबे समय से खुमैनी के फरमान से खुद को दूर कर लिया था, लेकिन रुश्दी विरोधी भावना बनी रही। 2012 में एक अर्ध-आधिकारिक ईरानी धार्मिक फाउंडेशन ने रुश्दी के लिए इनाम को 2.8 मिलियन डॉलर से बढ़ाकर 3.3 मिलियन डॉलर कर दिया था।
वहीं, रुश्दी ने उस समय उस धमकी को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि इस तरह के इनाम में लोगों की दिलचस्पी का कोई सबूत नहीं था। इसके बाद रुश्दी ने फतवे के बारे में एक संस्मरण, 'जोसेफ एंटन' भी प्रकाशित किया।