तोहफा: क्या है सऊदी अरब के नजरान हिमा में जिसे UNESCO ने विश्व की धरोहर में जोड़ा

author-image
एडिट
New Update
तोहफा: क्या है सऊदी अरब के नजरान हिमा में जिसे UNESCO ने विश्व की धरोहर में जोड़ा

यूनेस्को ने 24 जुलाई को नजरान प्रांत को विश्व धरोहर सूची मं शामिल किया। चीन के फुजहो में 44 वीं बैठक में ये फैसला लिया गया। ये दुनिया के सबसे बड़े रॉक आर्ट की संरचनाएं में से एक है। यूनेस्को ने ट्विटर पर इसकी जानकारी शेयर की।

हिमा के पत्थरों में क्या था

हिमा के पत्थरों पर शिकार, वन्य जीव, पेड़-पौधे, प्रतीकों उस दौर में इस्तेमाल होने वाले औजारों और हजारों इबारतें लिखी हैं। ये इबारतें प्राचीन अरब लिपि जिनमें स्नाद, थामुदिक, नबाताइएन और अरबी लिपि के प्राचीन स्वरूप में लिखी हुई हैं. वहां 3000 से ज़्यादा पुराने कुएं हैं जिन्हें नजरान प्रांत के विशाल मरुस्थल में पीने के पानी का महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता था

हिमा का पड़ाव पड़ता है

अरब, मेसोपोटामिया, लेवांट और मिस्र से हज और कारोबार के लिए सऊदी अरब के दक्षिणी हिस्सों से होकर गुजरने वाला काफिलों के रास्ते में हिमा का एक पड़ाव हुआ करता था।

ट्विटर से शेयर की जानकारी

यूनेस्को ने ट्विटर पर कहा- यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में एक और नई जगह शामिल: सऊदी अरब में हिमा का सांस्कृतिक क्षेत्र, मबारक हो। अरब जगत के पुराने कारवां रास्ते में पड़ने वाले हिमा में ऐसी 34 से भी ज्यादा जगहें हैं,जहां पत्थरों पर इबारतें लिखी हैं और कुएं बने हैं।यूनेस्को के इस फैसले का सऊदी अरब सरकार ने स्वागत किया है।यह मानव सभ्यता की समृद्धि विरासत है। दुनिया के सामने इन्हें लाने की हमारी कोशिशें साकार हुई है।

unesco Saudi Arab Hima world heritage