Canada. मशहूर सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक (Sikh leader Ripudaman Singh Malik) की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को चिट्ठी लिखकर उनकी खुलेआम तारीफ़ की थी। इसके अलावा रिपुदमन सिंह मलिक का विवादों से पुराना नाता रहा है। उन पर एयर इंडिया (Air India) के प्लेन (Plane) को बम धमाके (Bomb Blast) से उड़ाने के मामले में 20 सालों तक मुकदमा भी चला था, जिसमें उन्हें साल 2005 में बरी कर दिया गया था। सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक कनाडा में रह रहे भारतीय मूल के सिखों और पंजाबियों को अलगाववादी नेताओं से दूर रहने की नसीहत देने में जुटे हुए थे। हालांकि इससे पहले रिपुदमन सिंह खालिस्तान के हिमायती हुआ करते थे,वहीं वक्त के साथ उनकी विचारधारा खालिस्तान से अलग हो गई और अब यहीं उनकी मौत की वजह बनती दिख रही है।
1985 में एयर इंडिया बम धमाकों में नाम
बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह साढ़े 9 बजे अज्ञात हमलावरों ने ब्रिटिश कोलंबिया के सर्रे शहर में रिपुदमन सिंह मलिक पर सरेआम गोली चलाई थी, जिस दौरान पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, वहीं पास से मारी गई गोली के कारण रिपुदमन सिंह मलिक गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी मौत हो गई। 1985 में एयर इंडिया बम धमाकों में उनका नाम आया था, जिसके बाद भारतीय सरकार ने उन्हें ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था, वहीं सबूतों के अभाव में वह साल 2005 में बरी हो गए थे। इस विमान हादसे में चालक दल समेत प्लेन में सवार सभी 331 यात्रियों की मौत हो गई थी। इस प्लेन ने कनाडा से दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी।
कैब ड्राइवर से की थी करिअर की शुरुआत
रिपुदमन 1972 में कनाडा गए। उन्होंने अपने करिअर की शुरुआत कैब ड्राइवर के तौर पर की। बाद में एक सफल बिजनेसमैन बने। खालसा क्रेडिट यूनियन (KCU) के अध्यक्ष रहे, जिसकी संपत्ति 110 मिलियन डॉलर से अधिक थी। रिपुदमन कनाडा के सतनाम एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष थे और खालसा स्कूल चलाते थे। इनके स्कूल में कनाडा के पाठ्यक्रम के अलावा पंजाबी भाषा और सिख इतिहास भी पढ़ाया जाता है।
हाल ही में की पीएम मोदी की तारीफ
उन्हें साल 2020 में सिंगल एंट्री वीजा और 2022 में मल्टीपल एंट्री वीजा दिया गया। इस दौरान उन्होंने भारत में आंध्र प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और महाराष्ट्र में कई तीर्थ यात्रा की थी। इस साल की शुरुआत में उन्होंने पीएम मोदी को एक खत लिख कर उनकी तारीफ भी की थी। उन्होंने भेजी गई अपनी चिट्ठी में लिखा था कि "आपकी सरकार ने सिख समुदाय के लिए ऐसे कई कदम उठाए हैं, जिनकी कोई मिसाल ही नहीं है। आपके ऐसे अभूतपूर्व और सकारात्मक कदमों के लिए मैं तहेदिल से आपका शुक्रगुजार हूं। आभार व्यक्त करने के लिए मेरे पास अल्फ़ाज़ ही नहीं हैं।