WASHINGTON. अंतरराष्ट्रीय बिजनेस में भारतीय मूल के कई नाम बड़े पैमान तक पहुंच गए हैं। अब स्टारबक्स ने 1 सितंबर को भारत के लक्ष्मण नरसिम्हन को अपना चीफ एग्जिक्यूटिव औफिसर चुना है। दुनिया की सबसे बड़ी कॉफी की ब्रांच को दोबारा से बनाने के लिए नरसिम्हन को ये जिम्मेदारी दी गई है।
स्टारबक्स कुछ समय से कठिन हालातों से गुजर रही है। पिछले एक साल में इसके 200 से ज्यादा अमेरिकी स्टोर्स में यूनियन बनने लगी हैं। इसमें कर्मचारीयों ने बढ़ती इंफ्लेशन के समय लाभ और मजदूरी पर जोर दिया है। कंपनी कैफे पर ध्यान देते हुए बिजनेस मॉडल को फिर से तैयार कर रही है। वहीं चीन में COVID प्रतिबंध ने कंपनी के सबसे बड़े विदेशी बाजार में इसके कारोबार को ठप कर दिया है। स्टारबक्स फिर से यहां वापसी करना चाहता है। यही कारण है कि नरसिम्हन को स्टारबक्स को रेनोवेट करने की जिम्मेदारी दी गई है।
अक्टूबर 2022 में नरसिम्हन करेंगे स्टारबक्स को लीड
रिपोर्ट्स के मुताबिक नरसिम्हन अक्टूबर 2022 में स्टारबक्स में शामिल होंगे। इसके बाद अप्रैल 2023 में स्टारबक्स की रिइंवेस्टमेंट प्रोग्राम के बारे जानने के बाद वेतन का भुगतान करना, कर्मचारी कल्याण और ग्राहक अनुभव में सुधार करने पर भी खर्च करेंगे। नरसिम्हन जब तक कंपनी जॉइन नहीं करते तब तक अंतरिम-सीईओ हॉवर्ड शुल्त्स, ही कंपनी को लीड करेंगे।
नरसिम्हन ने 2019 में रेकिट जॉइन की
नरसिम्हन इससे पहले रेकिट के सीईओ थे। ये कंपनी ड्यूरेक्स कंडोम, एनफैमिल बेबी फॉर्मूला और म्यूसिनेक्स कोल्ड सिरप भी बनाती है। नरसिम्हन ने 1 सितंबर को सीईओ पद से हटने की घोषणा की थी। कुछ देर बाद ही एफटीएसई रजिस्टर्ड रेकिट के शेयर 4% तक गिर गए। नरसिम्हन ने सितंबर 2019 में इस कंपनी को जॉइन किया। कंपनी के गठन (1999 में ) के बाद से रेकिट में उन्होंने बतौर पहले बाहरी सीईओ काम किया। इस दौरान नर्सिम्हन ने रेकिट के स्वास्थ्य और स्वच्छता उत्पादों की बिक्री में इजाफा किया।