दुनिया के सबसे अमीर आदमी, 10 साल की उम्र में प्रोग्रामिंग सीखी, घर किराए का है

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Atul Tiwari
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दुनिया के सबसे अमीर आदमी, 10 साल की उम्र में प्रोग्रामिंग सीखी, घर किराए का है

Washington. अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क ने 25 अप्रैल को ट्विटर खरीद लिया। 3368 अरब रुपए यानी 44 बिलियन डॉलर में ये डील फाइनल हुई। मस्क टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक हैं। काम को लेकर जुनूनी हैं। उनकी कई योजनाएं हैं। उनकी संपत्ति 302 अरब डॉलर है। फोर्ब्स की लिस्ट के मुताबिक, मस्क दुनिया के सबसे अमीर आदमी हैं। आइए जानते हैं उनके कारोबार और निजी जिंदगी के बारे में...





पिता अमेरिकी, मां अफ्रीकी





एलन अमेरिकी पिता और साउथ अफ्रीकी मां की संतान हैं। 28 जून 1971 को साउथ अफ्रीका के प्रीटोरिया में पैदा हुए थे। 10 साल की उम्र में एलन मस्क ने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखी और 12 साल की उम्र में उन्होंने 'ब्लास्टर' नामक एक वीडियो गेम तैयार किया, जिसे एक स्थानीय मैगजीन ने उनसे 500 डॉलर में खरीदा। 





ऐसे शुरू हुआ बिजनेस





49 वर्षीय एलन मस्क के बिजनेस की शुरुआत 1999 में हुई थी। उन्होंने और उनके भाई किंबल ने अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी जिप-2 के लिए एक सफल डील तलाश ली।





इससे मिले पैसे को 27 वर्ष की उम्र में मस्क ने एक नई कंपनी में लगाया, जिसका नाम था 'एक्स डॉट कॉम'। इस कंपनी का दावा था कि 'वो पैसा ट्रांसफर करने की व्यवस्था में क्रांति लाने वाली है। मस्क की इसी कंपनी को आज 'पे-पाल' के नाम से जाना जाता है, जिसे 2002 में ई-बे ने खरीद लिया था और इसके लिए मस्क को 165 मिलियन डॉलर मिले थे। 





इसके बाद मस्क ने स्पेस एक्सप्लोरेशन की तकनीकों पर काम करना शुरू किया। उनके इसी प्रोग्राम को 'स्पेस-एक्स' का नाम दिया गया, जिसने कहा कि मनुष्य आने वाले वक्त में दूसरे ग्रहों पर भी रह सकेंगे।





2004 में मस्क ने इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की बुनियाद रखी। उन्होंने कहा, भविष्य में सब कुछ इलेक्ट्रिक होगा, स्पेस में जाने वाले रॉकेट भी और टेस्ला इस बदलाव को लाने में अहम भूमिका निभाएगी। बीबीसी के रिपोर्टर ने उनसे कामयाबी का राज पूछा था, मस्क ने जो कहा, उसका मजमून यही था- काम को लेकर एटीट्यूड। 





मंगल पर बस्ती बनाना चाहते हैं





एलन मस्क मंगल ग्रह पर बस्ती बनाना चाहते हैं। उनके मुताबिक, न्यूक्लियर वॉर या किसी एस्टेरॉइड के टकराने से पृथ्वी का अस्तित्व खतरे में आ जाए, ऐसी स्थिति में रहने के लिए हमारे लिए सबसे मुफीद मंगल ग्रह ही है। इससे इंसान अपना विनाश टाल सकते हैं। सितंबर 2016 में मस्क ने अपने प्लान और तकनीकी पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया था। मस्क के मुताबिक 2022 तक स्पेसएक्स रॉकेट मंगल ग्रह पर जा सकता है। 2050 तक वहां सेल्फ सस्टेनिंग इंसानी बस्ती देख पाएंगे।





समस्याओं का समाधान चाहता हूं





मस्क चाहते हैं कि लोग उन्हें एक निवेशक से ज़्यादा, एक इंजीनियर के रूप में जानें। बीबीसी के इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, मैं हर सुबह किसी नई तकनीकी समस्या का हल ढूंढने के लिए उठना चाहता हूं। बीबीसी के जर्नलिस्ट ने लिखा था- मस्क कार उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव लाना चाहते हैं, वे मंगल ग्रह पर कॉलोनी बनाना चाहते हैं, वैक्यूम टनल में चलने वाली सुपर-फास्ट ट्रेनें चलाना चाहते हैं, मनुष्यों के दिमाग से एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को जोड़ना चाहते हैं और सौर ऊर्जा से दुनिया चलाना चाहते हैं। इन सब चीजों में एक चीज समान है, वो ये कि ऐसी भविष्य की कल्पनाएं आपको 1980 के दशक की शुरुआत में मिलने वाली बच्चों की पत्रिकाओं में मिलती थीं। इसमें कोई छिपी हुई बात नहीं कि मस्क का बचपन साउथ अफ्रीका में काफी मैगजींस, किताबें पढ़कर और फिल्में देखकर गुजरा।





पैसे उधार लेने पड़े





मस्क जोख़िम उठाने वाले शख़्स हैं और उन्होंने यह साबित किया है। 2008 में जब दुनिया ने आर्थिक मंदी का सामना किया तो मस्क की हालत भी काफी खराब हो गई थी। इसके बाद उनकी नई कंपनियों ने कई असफलताएं देखीं। स्पेस-एक्स के पहले तीनों लॉन्च फेल हुए। टेस्ला में भी उत्पादन से जुड़ी कई समस्याएं आती रहीं और मस्क तंगी में फंस गए। अपने इंटरव्यू में मस्क ने बताया था कि एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्हें अपने खर्चों के लिए दोस्तों से पैसे उधार लेने पड़े।





किराए के घर में रहते हैं





2020 में एलन मस्क ने अपने सभी सातों आलीशान बंगले बेच दिए। मस्क ने ट्विटर पर इसका ऐलान किया। कहा, 'मैं अपनी जिंदगी की भव्यता को कम कर रहा हूं और अब अपने पास कोई घर नहीं रखूंगा।' फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार अब मस्क 20x20 के एक किराए के घर में रहते हैं। इस घर को बॉक्साबल नाम के हाउजिंग स्टार्टअप ने बनाया है। ये घर फोल्डेबल है और ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है।





संपत्ति के बारे में नहीं जानते





बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में मस्क ने अपनी संपत्ति को लेकर बयान दिया था। कहा था, 'मैं नहीं जानता कि मेरे पास कितनी संपत्ति है। ये इस तरह से नहीं है कि कहीं नोट के बंडल पड़े हुए हैं। इसे ऐसे देखना चाहिए कि टेस्ला, स्पेस-एक्स और सोलर सिटी में मेरी हिस्सेदारी है और बाजार में उस हिस्सेदारी की कुछ कीमत है। पर मुझे वाकई इससे फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि मेरे काम करने का लक्ष्य ये नहीं है।'





ट्रैफिक से परेशान हुए तो बना दी टनल बोरिंग मशीन





दिसंबर 2016 में एलन मस्क ट्रैफिक में फंस गए। इसके बाद उन्होंने एक ट्वीट किया। लिखा, 'ट्रैफिक ने मुझे पागल कर दिया है। मैं एक टनल बोरिंग मशीन बनाने जा रहा हूं और खुदाई शुरू कर रहा हूं।' ट्वीट करने के तुरंत बाद मस्क ने 'द बोरिंग' नाम की कंपनी रजिस्टर करा ली। 2018 में अंडरग्राउंड टनल का एक प्रोटोटाइप भी बनाया। उन्होंने बोरिंग कंपनी की आग उगलने वाली एक मशीन बनाई और मजाक-मजाक में इसे बेच दी।





काम करने की लत





मस्क ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वे हफ्ते में 120 घंटे काम करते हैं और इसमें उन्हें मजा आता है।



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