Islamabad. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सलाह पर बुधवार (9 अगस्त) को नेशनल असेंबली को भंग कर दिया। इसके साथ ही वर्तमान सरकार का कार्यकाल समाप्त हो गया और अगले आम चुनाव का मार्ग प्रशस्त हो गया। पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, असेंबली भंग करने की अधिसूचना एवान-ए-सद्र ने जारी की है। इसमें कहा है कि नेशनल असेंबली को संविधान के अनुच्छेद 58 के तहत भंग किया गया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ ने बुधवार (9 अगस्त) रात को ही राष्ट्रपति अल्वी को पत्र लिखा और नेशनल असेंबली को तीन दिन पहले भंग करने की मांग की। दूसरी ओर जेल में बंद इमरान खान के पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ पाने से उनकी पार्टी पीटीआई हताश है।
शहबाज शरीफ बोले- 38 साल के राजनीतिक करियर में इतना कठिन दौर नहीं देखा
शहबाज शरीफ 13 दलों की गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे थे और बुधवार को संसद का कार्यकाल समाप्त होने के बाद विदाई भाषण में उन्होंने कहा कि 16 महीने का कार्यकाल मेरे जीवन की सबसे कठिन परीक्षा रहा। शहबाज शरीफ ने कहा, मुझे अपने 38 साल के लंबे राजनीतिक करियर में पहले कभी इतने कठिन दौर से गुजरना नहीं पड़ा, क्योंकि देश गंभीर आर्थिक संकट में फंसा था, तेल की कीमतें ऊंची बनी हुई थीं और राजनीतिक अराजकता की स्थिति थी।
इमरान पर बरसे शहबाज, बोले- मित्र देशों से संबंध खराब कर दिए
पूर्ववर्ती इमरान खान सरकार पर निशाना साधते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि उन्हें अपने 16 महीने के शासन के दौरान उसकी लापरवाही और विफलताओं का बोझ उठाना पड़ा। उनकी सरकार ने मित्र देशों के साथ पाकिस्तान के संबंधों को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया। मालूम हो, पिछले साल अप्रैल में क्रिकेटर से नेता बने 70 वर्षीय इमरान खान को अविश्वास मत के जरिए सत्ता से हटाया गया था। उनके बाद शहबाज शरीफ देश के नए प्रधानमंत्री बने। तब से ही पाकिस्तान में सियासी उथल-पुथल जारी है।