AMERICA. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 जून को होने वाले अमेरिकी दौरे से पहले एक बार फिर बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री 'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' सुर्खियों में आ गई है। अमेरिका में दो मानवाधिकार संगठनों ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने का ऐलान किया है। एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक ये स्क्रीनिंग अमेरिका के वॉशिंगटन में की जाएगी। दो हिस्सों में आई ये डॉक्यूमेंट्री 2002 में हुए गुजरात दंगों के जांच का दावा करती है। इस डॉक्यूमेंट्री में गुजरात के तत्कालीन सीएम रहे नरेंद्र मोदी की भूमिका को संदिग्ध तौर पर दिखाया गया है।
भारत में बैन करने के खिलाफ होगी स्क्रीनिंग - ह्यूमन राइट्स वॉच
अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी के अनुसार, ह्यूमन राइट्स वॉच और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने 20 जून को एक प्राइवेट स्क्रीनिंग के आयोजन का ऐलान किया है। इस स्क्रीनिंग में अमेरिकी सांसद, पत्रकार और विश्लेषणकर्ता आमंत्रित किए गए हैं। ह्यूमन राइट्स वॉच ने 12 जून को स्क्रीनिंग का ऐलान करते हुए कहा कि वो चाहती कि लोगों को ये पता चले कि डॉक्यूमेंट्री को भारत में बैन कर दिया गया था।
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एजेंडा आधारित प्रोपेगेंडा है डॉक्यूमेंट्री- मोदी सरकार
मोदी सरकार की ओर से बीबीसी की इस डॉक्यूमेंट्री को एजेंडा आधारित प्रोपेगेंडा बताया गया था और देश में बैन कर दिया गया था। मोदी सरकार की ओर से कहा गया था कि जब देश के सर्वोच्च न्यायिक संस्थान सुप्रीम कोर्ट ने पीएम मोदी के खिलाफ सभी आरोपों को खारिज कर दिया है तो ये सरकार के खिलाफ प्रोपेगेंडा ही कहा जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से यूट्यूब और ट्विटर को डॉक्यूमेंट्री के वीडियो से जुड़े लिंक हटाने के निर्देश दिए गए थे। इसके साथ ही कई यूनिवर्सिटियों के प्रशासन को इसकी स्क्रीनिंग की इजाजत न देने के आदेश दिए गए थे। हालांकि, बैन के बावजूद छात्र संगठनों और सियासी दलों ने इसको लेकर प्रदर्शन किया था।
क्या है पीएम मोदी का कार्यक्रम?
पीएम मोदी 21 जून से लेकर 24 जून तक अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं। इस दौरे पर पीएम मोदी यूएस की संसद के ज्वाइंट सेशन को संबोधित करेंगे। वो ऐसा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री होंगे जो लगातार दूसरी बार यूएस की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।