चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अरुणाचल प्रदेश से सटे तिब्बत का दौरा किया। उनकी यह यात्रा भारत के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच हुई। 2011 से सरकार में आने के बाद यह उनका पहला तिब्बत दौरा है। 21 जुलाई को चीनी राष्ट्रपति शी का न्यिंगची मेनलैंड एयरपोर्ट पर स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने स्वागत किया।
चीन बना रहा सबसे बड़ा बांध
शी ने ब्रह्मपुत्र नदी के बेसिन में इकोलॉजिकल और एनवायरनमेंटल प्रोटेक्शन का जायजा लेने के लिए न्यांग नदी पर बने पुल का दौरा किया। जिसे तिब्बती भाषा में यारलुंग जांगबो कहा जाता है। चीन ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया का सबसे बड़ा बांध बना रहा है और भारत इसका विरोध कर रहा है।
चीन ने बुलेट ट्रेन ल्हा सा और न्यिंगची को जोड़ेगी
सूत्रों के मुताबिक, चीनी राष्ट्र पति इस समय तिब्बरत की राजधानी ल्हा।सा में हैं। उन्होंने अरुणाचल सीमा का दौरा ऐसे समय पर किया है, जब हाल ही में चीन ने पहली बार पूरी तरह बिजली से चलने वाली बुलेट ट्रेन की शुरूआत की है। यह बुलेट ट्रेन राजधानी ल्हाससा और न्यिंगची को जोड़ेगी। इसकी रफ्तार 160 किमी प्रतिघंटा है।
रेल और सड़क मार्ग होंगे दुरुस्त
राष्ट्रपति शी के मुताबिक, यह ट्रेन स्थिरता को सुरक्षित रखने में मदद करेगी। उनका इशारा अरुणाचल से लगी सीमा से था। अगर चीन-भारत का युद्ध होता है तो यह रेलवे लाइन रणनीतिक रूप से उसके काफी काम आएगी। चीन यहां बुनियादी ढांचा विकसित करने में जुटा है। रेल के साथ-साथ सड़क मार्ग को भी दुरुस्त किया जा रहा है।