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इंटरनेशनल डेस्क. फ्रांस में हिंसा में कमी आने का दावा किया जा रहा है। पेरिस के पास नेन्तेरे शहर में 1 हफ्ते से जारी हिंसा में कमी आने लगी है। होम मिनिस्ट्री ने बताया कि सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात पुलिस ने डोट टू डोर सर्च ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान 157 लोगों को हिरासत में लिया गया। मंगलवार को राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने 250 मेयर के साथ मीटिंग करके हालातों की समीक्षा की।
45 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी नेन्तेरे शहर में तैनात
हालातों को देखते हुए करीब 5 हजार और पुलिसकर्मियों को नेन्तेरे शहर में तैनात किया गया है। अब यहां तैनात पुलिसकर्मियों की तादाद 45 हजार से ज्यादा हो गई है। पुलिस ने बताया कि हिंसा में 159 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था। वहीं 202 जगहों पर आगजनी की गई थी। ऑपरेशन के दौरान 4 पुलिस वाले घायल हो गए।
सभी मेयर ने निकाली रैली
फ्रांस के सभी शहरों के मेयर ने सोमवार को अपने-अपने शहरों में रैली निकाली। इस दौरान लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई। मंगलवार को प्रेसिडेंट एमैनुएल मैक्रों ने 220 मेयर से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले की तह तक जाने के लिए जांच करा रही है। हम चाहते हैं कि आगे इस तरह की कोई घटना न हो। हिंसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जांच के बाद उन्हें सजा दिलाएंगे।
14 जुलाई को मनाया जाएगा नेशनल डे
फ्रांस में 14 जुलाई को नेशनल डे मनाया जाएगा। इस दिन बैस्टिल डे परेड होगी, जिसमें पीएम मोदी को चीफ गेस्ट के तौर पर निमंत्रण दिया गया है।
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फ्रांस में क्यों भड़की हिंसा
फ्रांस में पेरिस से लगे नेन्तेरे में 17 साल के लड़के नाहेल की गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस का कहना था कि मरने वाला नौजवान कथित तौर पर गलत तरीके से कार चला रहा था। उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था। जब उसने भागने की कोशिश की तो गोली चलानी पड़ी। मरने वाला नाबालिग अफ्रीकी मूल का था, लेकिन पुलिस की पोल वारदात के वीडियो ने खोल दी। वीडियो में साफ-साफ दिखाई दिया कि नेन्तेरे की एक सड़क पर 2 पुलिस अफसर पीले रंग की कार को रोक कर बातचीत करते हैं। इस दौरान कुछ बहस होती है और ड्राइवर अचानक कार को तेजी से दौड़ाता है। तभी पुलिस अफसर ड्राइवर के सिर में गोली मार देता है और ये कार आगे जाकर दीवार से टकरा जाती है। 17 साल के नाबालिग की मौके पर ही मौत हो जाती है।