WASHINGTON. दुनिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ट्विटर खरीदने के बाद से लगातार विवादों में हैं। मस्क ने 18 दिसंबर को ट्विटर पर पोल कराया था। इसमें उन्होंने पूछा था कि क्या उन्हें ट्विटर सीईओ का पद छोड़ देना चाहिए। इस पर ज्यादातर यूजर्स ने हां कहा है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव (UN General Secretary) ने कहा है कि ट्विटर पर फ्रीडम ऑफ स्पीच यानी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जरूरी है।
ट्विटर का मैनेजमेंट किसके हाथ में, इसमें किसी का लेना-देना नहीं- गुटेरेस
पत्रकारों पर पाबंदी लगाने और आलोचना के बाद इसे ट्विटर द्वारा वापस लेने के बाद यूएन प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने भी इशारों में मस्क पर निशाना साधा। मस्क को लेकर पूछे गए सवाल पर गुटेरेस ने कहा कि ट्विटर का मैनेजमेंट किसके हाथ में है, इससे मेरा कोई लेना देना नहीं है। साइट पर हेट स्पीच रोकना और अभिव्यक्ति की आजादी (freedom of expression) कायम रखना अहम है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुटेरेस से पूछा गया था कि क्या उन्हें लगता है कि ट्विटर के मालिक मस्क अभिव्यक्ति की आजादी के लिए खतरा हैं? अगर अरबपति कारोबारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के प्रमुख के रूप में पद छोड़ते हैं तो क्या उन्हें राहत मिलेगी?
...तो क्या सीईओ पोस्ट छोड़ देंगे मस्क?
मस्क ने 18 दिसंबर (रविवार) को कराए पोल में अपने 12.2 करोड़ फॉलोअर्स से पूछा था कि क्या उन्हें ट्विटर के सीईओ का पद छोड़ देना चाहिए? पोल में 57.5% लोगों ने 'हां' में वोट दिया। सीएनएन के मुताबिक, रविवार शाम शुरू हुई वोटिंग में 1.70 करोड़ से ज्यादा मत पड़े। 19 दिसंबर सुबह खत्म हुए पोल में शामिल ज्यादातर यूजर्स ने कहा कि मस्क को सीईओ पद से रिजाइन दे देना चाहिए।