इंटरनेशनल डेस्क. स्वीडन में बकरीद पर मस्जिद के सामने कुरान जलाने के मामले में विवाद बढ़ता ही जा रहा है। 10 से ज्यादा मुस्लिम बहुल देशों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। वहीं, इस्लामिक देशों के संगठन 'ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन' (OIC) ने भी कुरान जलाने की कड़ी निंदा की है। OIC ने कहा कि ये घृणित कृत्य पवित्र कुरान और अन्य इस्लामी मूल्यों, प्रतीकों और उसकी पवित्रता का उल्लंघन करने का प्रयास है। वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी इसे आपत्तिजनक बताया है।
एक शख्स ने कुरान जलाकर किया था प्रदर्शन
Shame on Sweden! The Swedish police in Stockholm allowed the burning of the Koran at the mosque. But it was not enough for uneducated people with rotten moral values so they decided to play football with the holy book ???????????? pic.twitter.com/oDojO7V5KV
— Roberto (@UniqueMongolia) June 29, 2023
स्वीडन में बकरीद पर स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के सामने सलवान मोमिका नाम के शख्स ने कुरान जलाकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान करीब 200 लोग मौजूद थे। कई लोग कुरान जलाने का समर्थन कर रहे थे। सालों पहले मोमिका इराक से भागकर स्वीडन आया था। मोमिका को कुरान जलाकर विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति स्वीडन के अधिकारियों ने ही दी थी। अधिकारियों से अनुमति मिलने के बाद उसने कुरान जलाई।
OIC ने की कड़ी निंदा
इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने गुरुवार को बयान जारी करते हुए कहा कि स्वीडन के स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के सामने एक चरमपंथी ने पवित्र कुरान जलाई है। OIC इस घृणित कृत्य की कड़ी निंदा करता है। महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा के हवाले से OIC ने कहा कि ये घृणित कृत्य पवित्र कुरान और अन्य इस्लामी मूल्यों, प्रतीकों और पवित्रता का उल्लंघन करने का प्रयास है। ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन इस बात पर जोर देता है कि सभी देश संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के तहत सार्वभौमिक रूप से सभी लोगों के लिए मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करे। सभी देश रंग, लिंग, भाषा, धर्म, नस्ल और राजनीतिक भेदभाव के बिना सभी को स्वतंत्र मानव अधिकार प्रदान करे।
सऊदी अरब ने जताई कड़ी आपत्ति
इस्लामिक देश सऊदी अरब ने भी इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताई है। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि इस तरह के घृणित कृत्य को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। इन घृणित और बार-बार गए जा रहे कृत्यों को किसी भी औचित्य के साथ स्वीकार नहीं किया जा सकता है। सऊदी अरब ने कहा कि ऐसे कृत्य स्पष्ट रूप से नफरत और नस्लवाद को उकसाते हैं। ये सहिष्णुता, संयम और चरम पंथ खत्म करने के मूल्यों को आगे बढ़ाने के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के विरुद्ध हैं। ऐसे कृत्य नागरिक और देश के बीच के संबंधों में पारस्परिक सम्मान को कम करते हैं।
मोरक्को ने वापस बुलाया अपना राजदूत
कुरान जलाने की घटना के विरोध में मोरक्को ने स्वीडन से अपने राजदूत को अनिश्चितकाल के लिए वापस बुला लिया है। मोरक्को के विदेश मंत्रालय ने स्वीडन के राजनयिक को भी समन किया। मोरक्को ने राजनयिक से इस घटना को लेकर अपना असंतोष जताया और कहा कि इस तरह की घटनाओं को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
ये खबर भी पढ़िए..
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने जताई आपत्ति
स्वीडन में ईद पर कुरान जलाने पर रूस से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आपत्ति जताई है। पुतिन ने कहा कि कुछ देशों में कुरान की बेअदबी को अपराध के तौर पर नहीं देखा जाता, लेकिन रूस में ये दंडनीय अपराध है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुस्लिमों के लिए कुरान बहुत पवित्र है। हम जानते हैं कि अन्य देशों में प्रदर्शनकारी अलग तरह से बर्ताव करते हैं। वे लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान नहीं करते और कहते हैं कि किसी धर्म की मान्यताओं पर हमला करना अपराध नहीं है। इसके साथ ही पुतिन ने कहा कि जानबूझकर किसी धर्म की मान्यताओं का मखौल उड़ाना और धार्मिक भावनाओं को आहत करना रूस की आपराधिक संहिता के अनुच्छेद 282 के तहत आता है, जो नफरत का बढ़ावा देना है।