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इंटरनेशनल डेस्क. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल, पुलिस ने इमरान खान के जमान पार्क स्थित आवाज को चारों घेर लिया है। पुलिस ने मानना है कि इमरान खान ने अपने घर पर 30-40 आतंकियों का पनाह दी है। अब पुलिस ने इमरान खान को उन्हीं आतंकवादियों को सौंपने के लिए 24 घंटे का वक्त दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी पुलिस एवं खुफिया एजेंसियों को बुधवार दोपहर (17 मई को) बजे पेशावर कॉप्स कमांडर के घर पर हमले के आरोपियों के इमरान के घर में छिपे होने का इनपुट मिला। जिसके बाद इमरान के घर की शाम 5 घेराबंदी कर दी गई। बताया जा रहा है कि ऐसा न होने पर पुलिस-फोर्स की टीमें इमरान के घर में घुसकर आतंकियों को मारेंगी। इस मर्तबा इमरान के खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया जा सकता है।
क्या है 'ऑपरेशन जमान पार्क'?
लाहौर के जमान पार्क में इमरान खान का आधिकारिक आवास है। पंजाब के कार्यवाहक सूचना मंत्री आमिर मीर के इस बयान के बाद कि इमरान ने अपने घर में आतंकी छिपा रखे हैं। पंजाब पुलिस हरकत में आ गई और जमान पार्क को फौरन छावनी में तब्दील कर दिया गया। देखते ही देखते पुलिस ने उनके घर को चारों ओर से घेर लिया। इलाके से बिजली गुल कर दी गई। इसी ऑपरेशन जमान पार्क के तहत इमरान खान को किसी भी वक्त गिरफ्तार करने की बात कही गई।
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9 मई को उपद्रव करने वालों की तुलना आतंकवादियों से
पाक के पंजाब प्रांत की अंतरिम सरकार के सूचना मंत्री आमिर मीर ने कहा कि सरकार को आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में पहले ही पता चल गया था, क्योंकि कई विश्वसनीय खुफिया रिपोर्टें थीं। उन्होंने कहा कि 9 मई को देश के कई हिस्सों में हिंसा और आगजनी करने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी। इसके लिए उन 'आतंकवादियों' को सैन्य अदालतों में पेश किया जाएगा।
9 मई को सुलगा था पाकिस्तान
9 मई 2023 को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने लाहौर में पीएम आवास पर हमला बोल दिया था। इसके अलावा सेना कमांडरों के आवास और दफ्तर पर भी हमले किए गए थे। रावलपिंडी में सेना मुख्यालय पर पेट्रोल बम दागे गए। हिंसक प्रदर्शनों में देशभर में 15 लोगों की जानें गईं। उसके बाद, 2 हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया। जिनमें ज्यादातर इमरान की पार्टी PTI के कार्यकर्ता थे।
आर्मी एक्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक इमरान खान और उनके समर्थकों के खिलाफ आर्मी एक्ट के आर्टिकल 59 और 60 के तहत कार्रवाई किए जाने की आशंका जताई जा रही थीं। ये धारा असैन्य अपराधों के लिए लगाई जाती है, जिसके अंतर्गत दोषी पाए जाने पर मुजरिम को सजा-ए-मौत तक का प्रावधान है। इमरान के खिलाफ आर्मी एक्ट के तहत केस दर्ज करने की वजह इमरान समर्थकों द्वारा सेना की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाना बताई जा रही है।
जमान पार्क में मीडियाकर्मियों का जमावड़ा
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के किसी भी तरह के एक्शन से बचने के इमरान खान ने पहले ही मीडियाकर्मियों को जमान पार्क में आमंत्रित कर लिया। माना जा रहा है कि ऐसा करने के पीछे इमरान खान की मंशा यह हो सकती है कि वह पुलिस की कार्रवाई से बच सके।
इमरान ने बताई थी अपने कत्ल की प्लानिंग
इमरान खान 22 मार्च को ही एक बयान रिकॉर्ड कर बता चुके थे कि उनका कत्ल किस तरह किया जाएगा। इमरान ने कहा था कि मेरे कत्ल के लिए दो स्क्वैड बनाए गए हैं। पहला इस्लामाबाद आईजी और दूसरा पंजाब आईजी ने स्क्वैड तैयार किया है। इनकी प्लानिंग है कि ये लोग मेरे घर के भीतर आकर 4-5 पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाएंगे। फिर इसके बाद अंधाधुंध गोलीबारी कर भुट्टो स्टाइल में मेरा कत्ल करेंगे। दरअसल, इमरान खान सेना के दम पर ही राजनीति में आए थे। क्रिकेट से राजनीति तक का सफर उन्होंने सेना के दम पर किया, लेकिन अब हालात यह हैं कि सेना और इमरान खान दोनों ही एक्सट्रीम जाकर काम कर रहे हैं।
सर्च वारंट नहीं रेड
पंजाब पुलिस के कार्यवाहक सूचना मंत्री ने जब यह बयान दिया कि इमरान ने जमान पार्क में आतंकी छिपा रखे हैं तो इसके जवाब में इमरान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कहा कि अगर मेरे घर में आतंकी छिपे हैं तो आकर उन्हें ढूंढ लो। सर्च वारंट लेकर आओ और उन्हें तलाश कर लो। इसी का जवाब देते हुए सेना कह रही है कि दहशतगर्दों को पकड़ने के लिए रेड की जाती है ना कि अरेस्ट वारंट जारी किए जाते हैं।
इमरान को कैसे करें काबू-पुलिस
इन हालातों को देखकर पाकिस्तानी की सेना को समझ नहीं आ रहा कि वो इमरान को कैसे काबू करें। अब जनता भी खुलेतौर पर बोलने लगी है कि देश की बदहाली की वजह सेना ही है। हालात ऐसे हो गए हैं कि नए सेना अध्यक्ष को फौज की छवि सुधारने पर काम करना पड़ रहा है। वह पैसे देकर अपने समर्थन में रैलियां निकलवा रहे हैं। पाकिस्तान के कई इलाकों में इस तरह की सेना समर्थित रैलियां हो चुकी हें। लेकिन सेना का इमरान खान से निपटना अभी बाकी है।