International Desk. कश्मीर में आज से जी-20 की बैठक शुरू हो चुकी है, ये तीसरी पर्यटन कार्यसमूह की बैठक है, श्रीनगर में इसके आयोजन के लिए पूरे शहर को काफी सजाया गया है। घाटी की खूबसूरती के बीच ये इंतजाम इसे चार चांद लगा रहे हैं। वहीं बैठक के मद्देनजर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि बैठक से पर्यटकों को कोई समस्या न हो। दरअसल भारत इस साल जी-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है। यह कश्मीर में होने जा रहा इतिहास का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय इवेंट भी माना जा रहा है। बैठक में जी-20 के सदस्य देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
- यह भी पढ़ें
चीन ने किया है बहिष्कार
आशा के अनुरूप इस बैठक का चायना ने बहिष्कार कर दिया है। चीन जी -20 देशों के सदस्य देशों में शामिल है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा है कि चीन विवादित क्षेत्र पर किसी भी तरह की जी-20 बैठक का दृढ़ता से विरोध करता है। वांग ने कहा हम ऐसी बैठकों में शामिल नहीं होंगे। हालांकि माना जा रहा है कि चीन को पीओके में सीपैक पर निवेश करना है, ऐसे में वह पाकिस्तान की हां में हां मिलाकर बैठक का बहिष्कार कर रहा है।
पीओके के दौरे पर बिलावल भुट्टो
इधर बैठक के दौरान ही पाकिस्तान ने बचकानी हरकत की है, पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी पीओके के दौरे पर हैं। वे 3 दिनी दौरे पर पीओके में रहेंगे। अपने दौरे पर बिलावल ने भारत के खिलाफ जमकर आग उगली है। बिलावल ने ट्वीट किया है कि कश्मीर में जी-20 की बैठक कराकर भारत अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन कर रहा है। वो इस कॉन्फ्रेंस के जरिए कश्मीरियों की आवाज को नहीं दबा सकता। इससे पहले भारत के दौरे पर भी बिलावल ने कहा था कि विवादित क्षेत्र में जी-20 की बैठक आयोजित करना भारत की संकीर्णता को दर्शाता है और यह दुनिया को भारत का घमंड दिखाता है कि उसे अंतर्राष्ट्रीय कानूनों, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और द्विपक्षीय समझौतों की बिल्कुल परवाह नहीं है।