International Desk. पाकिस्तान का पुराना इतिहास रहा है कि जब भी इस देश का राष्ट्राध्यक्ष या प्रधानमंत्री कुर्सी से हटता है, तो या तो उसे जेल जाना पड़ता है या फिर वो देश को छोड़ देता है। वरना उसे जान से हाथ धोना पड़ता है। यही हाल पाक के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के हैं, एक बार गोली उन्हें पड़ चुकी है, किस्मत अच्छी थी जो पैर पर लगी। वहीं अब तोशाखाना केस में पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने ढूंढ रही है।
इधर पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह यह दावा कर रहे हैं कि जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने उनके घर गई तो पुलिस को देख इमरान लाहौर स्थित अपने घर की दीवार फांदकर भाग खड़े हुए। हालांकि उनकी लीगल टीम ने आश्वस्त किया है कि इमरान 7 मार्च को अदालत में पेश होंगे।
रविवार को इस्लामाबाद पुलिस उन्हे गिरफ्तार करने लाहौर में उनके घर पहुंची थी। पाकिस्तान मीडिया के हवाले से आ रही खबरों के मुताबिक गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह बोले कि इमरान को अरेस्ट करने गई पुलिस टीम को बहुत परेशान होना पड़ा। उस दौरान बेहद नाटकीय घटनाक्रम घटित हुआ। अफवाहें हैं कि इमरान पड़ोसी के घर में कूद गए थे। थोड़ी देर बाद वे कहीं से सामने आए और एक बड़ा भाषण दिया। मंत्री ने यह भी बोला कि अगर पुलिस पूर्व प्रधानमंत्री को अरेस्ट करना चाहती है तो यह उचित रणनीति नहीं थी।
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राणा ने कहा कि पुलिस उन्हें कोर्ट के आदेशों के बारे में बताने के लिए वहां गई थी, लेकिन इमरान खान बहुत बेशर्म आदमी हैं। सनाउल्लाह ने तोशाखाना गिफ्ट्स के मामले में इमरान खान पर अपने अधिकार का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि अगर अदालत इमरान खान को बरी करती है, तो हम इसे स्वीकार करेंगे।
बता दें कि इस्लामाबाद की एक अदालत ने बीतेे हफ्ते इमरान खान के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, क्योंकि वह बार-बार अदालत में पेशी से गैरहाजिर हो रहे थे। इसके बाद पीटीआई पार्टी प्रमुख ने इस्लामाबाद जिला अदालत में एक अर्जी दायर की थी। जिस पर कोर्ट ने सोमवार को गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट रद्द करने से इनकार कर दिया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जफर इकबाल ने याचिका खारिज करते हुए पूर्व पीएम के आवेदन पर दलीलें सुनने के बाद फैसला सुनाया था।