BAKU. विश्वनाथन आनंद के बाद भारत के आर प्रगनानंद ने चेस के फाइड वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच कर रिकॉर्ड बना लिया है। इसके फाइनल में पहुंचने वाले प्रगनानंद दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। इस दौरान प्रगनानंद ने दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फैबियानो कारूआना को टाई-ब्रेक में 3.5-2.5 से हरा दिया। सोमवार को अजरबैजान के बाकू में यह मुकाबला हुआ।
दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी से होगा अगला मुकाबला
आर प्रगनानंद की इस उपलब्धि के बाद दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन से अब उनका मुकाबला होगा। अगर वह ये जीतते हैं तो उन्हें 91 लाख रुपए ईनाम के तौर पर मिलेंगे। यह मुकाबला 7 महीने बाद होगा। बता दें कि टाई ब्रेकर में खिलाड़ी के पिछले मुकाबलों के स्कोर के आधार पर एक टाई ब्रेक स्कोर बनता है। जिसमें बेहतर स्कोर वाले को विजेता घोषित किया जाता है। आर प्रगनानंद और मैग्नस कार्लसन के बीच अब तक 19 मुकाबले हो चुके हैं। इन मुकाबलों में कार्लसन 8 मुकाबले जीत कर प्रगनानंद पर हावी रहे हैं, जिसमें 6 मुकाबले ड्रॉ हो गए थे। इन दोनों का अखिरी मैच ड्रॉ हुआ था।
10 साल की उम्र में हासिल किया था ये खिताब
प्रगनानंद ने फाइनल में पहुंचने के बाद कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उन्हें मैग्नस के खिलाफ खेलने का मौका मिलेगा। इस जीत के बाद विश्वनाथन आनंद ने पोस्ट कर उनकी तारीफ की और लिखा- बहुत खूब। बता दें कि प्रगनांनद चेन्नई के रहने वाले हैं जो कि सिर्फ 10 साल की उम्र में ही शतरंज के सबसे युवा इंटरनेशनल मास्टर बन गए थे। इनका जन्म दो अगस्त 2005 में हुआ था।