KUALALAMPUR. पाकिस्तान के आर्थिक हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। देश की हालत इतनी खरब हो गई है कि उसके पास एयरलाइंस चलाने तक के पैसे भी नहीं बचे हैं। मलेशिया ने अपने लीज पर दिए विमान का पैसा नहीं मिलने के कारण विमान कब्जे में ले लिया है।
क्या हुआ था
पाकिस्तान इंटरनेशल एयरलाइंस का विमान बोइंग 777 मलेशिया के कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर जब्त कर लिया गया है। इस विमान को पाकिस्तान की एयर लाइंस ने लीज पर लिया था। इस विमान का 40 लाख डॉलर किराया पाकिस्तान की एयर लाइंस पर बकाया था, जिसे वह दूसरी बार नहीं चुका सकी थी। बकाया रकम के भुगतान नहीं होने के बाद मलेशिया की कंपनी अपने देश की अदालत में गई। अदालत ने विमान को जब्त करने का आदेश दिया, जिसके बाद उसे कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर ही रोक लिया गया।
पहले भी हो चुकी है पाकिस्तान की फजीहत
पाकिस्तान की यह इंटरनेशल बेइज्जती नई नहीं है। इससे पहले साल 2021 में भी लीज पर लिए गए विमान को जब्त करने का मामला सामने आया था। तब भी कुआलालंपुर हवाई अड्डे पर इसी विमान को हवाई अड्डे के अधिकारियों ने जब्त किया था। लेकिन तब बकाया राशि के भुगतान के आश्वासन और पाकिस्तान सरकार के हस्तक्षेप के बाद विमान को पाकिस्तान को दे दिया गया था। उस समय जब विमान को जब्त किया गया था तो उसमें 173 यात्री सवार थे। हालांकि विमान को बाद में यात्रियों के साथ पाकिस्तान वापस ले आया गया था।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के हाल खराब
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के खराब हालात की खबरें तो लगातार आ रही हैं। कभी आटा तो कभी पेट्रोल लोगों की पहुंच के बाहर हो रहे हैं। हाल ही में पैसे की कमी से पाकिस्तान उच्चायोग ने दिल्ली में चल रहे अपने स्कूल को बंद कर दिया है। स्कूल को बंद करने का कारण छात्रों की कम संख्या बताया गया है। लेकिन, इसका मुख्य कारण आर्थिक तंगी बताया जा रहा है। स्कूल और उच्चायोग के कर्मचारियों के वेतन पिछले 1 साल से नहीं दिए जाने के मामले सामने आए हैं। यही हालात पाकिस्तान में अमेरिकी एंबेसी का था। वहां भी कर्मचारियों ने सैलरी नहीं मिलने से बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ दी थी।
अगले महीने डिफॉल्टर हो सकता है
पाकिस्तान की हालत को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने फरवरी में उसकी रेटिंग घटा दी थी। एजेंसी ने यह भी कहा था कि अगर पाकिस्तान को IMF से पैकेज नहीं मिलता है तो देश जून तक डिफॉल्टर हो सकता है, यह पैकेज अभी तक पाकिस्तान को नहीं मिला है।